मोहिनी तोमर हत्याकांड की उलझी गुत्थी : शव को लेकर संशय बरकरार, डीएनए टेस्ट खोलेगा राज 

UPT | मोहिनी तोमर हत्याकांड

Sep 19, 2024 17:15

पुलिस ने कहा है कि वे हत्या के मकसद का पता लगाने में जुटे हैं, जबकि आरोपियों ने हत्या का तरीका और समय अब तक नहीं बताया है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच जारी है...

कासगंज न्यूज : यूपी के कासगंज में महिला वकील मोहिनी तोमर की हत्या ने सबको चौंका  दिया था, वहीं अब इस हत्याकांड की गुत्थी उलझती नजर आ रही है। नहर में मिले शव को अब मोहिनी का नहीं बताया जा रहा, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं। मोहिनी तोमर का अपहरण 3 सितंबर को हुआ था और अगले दिन उनका शव नहर में मिला। पुलिस के अनुसार, उनके पति ने शव की पहचान की थी, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने नई समस्याएं खड़ी कर दी हैं। रिपोर्ट में शव की उम्र दो से तीन दिन बताई गई, जबकि मोहिनी के लापता होने के सिर्फ 24 घंटे बाद उनका शव पाया गया था।

इन सवालों ने पुलिस और जांच एजेंसियों के सामने नई चुनौतियां पेश की हैं
  • क्या पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गलती है?
  • क्या नहर में मिला शव किसी अन्य महिला का है?
  • मोहिनी के पति ने शव की पहचान कैसे की?
मां ने डीएनए सैंपल दिया
इन सवालों के मद्देनजर, मोहिनी के पति ने प्रशासन से शव का डीएनए परीक्षण कराने की मांग की। मोहिनी की मां, दिनेश कुमारी ने कासगंज के जिला अस्पताल में डीएनए सैंपल दिया, जो जांच के लिए भेजा गया है।

केस के कारण हुई हत्या
पुलिस का मानना है कि मोहिनी की हत्या उनके चल रहे एक केस के कारण हुई थी। वह शिवशंकर नाम के एक व्यक्ति का केस देख रही थीं, जिसमें तीन युवकों ने शिवशंकर के साथ मारपीट की थी। मोहिनी ने इन युवकों के खिलाफ कोर्ट में केस दायर किया था।


मोहिनी के पति ने एफआईआर में बताया कि उनकी पत्नी को कुछ समय से धमकियां मिल रही थीं। उन्होंने अपहरण के आरोपियों में वकील मुस्तफा कामिल, उनके तीन बेटे और अन्य का नाम लिया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन हत्या के पीछे की पूरी कहानी अब भी स्पष्ट नहीं हो पाई है।

पुलिस ने कहा है कि वे हत्या के मकसद का पता लगाने में जुटे हैं, जबकि आरोपियों ने हत्या का तरीका और समय अब तक नहीं बताया है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए जांच जारी है।

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