भारतीय खो-खो टीम के सितारे आकाश बालियान का उनके गांव बसेरा पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।
Short Highlights
भाई से मिली प्रेरणा, परिवार का मिला साथ
खो - खो विश्व कप 2025 में किया शानदार प्रदर्शन
खो-खो को विश्व मंच पर मिली पहचान
Aligarh news : भारतीय खो-खो टीम के सितारे आकाश बालियान का उनके गांव बसेरा पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। खो-खो विश्व कप 2025 में भारत की ऐतिहासिक जीत के बाद जब आकाश पहली बार अपने गांव लौटे, तो उत्सव का माहौल था । यमुना एक्सप्रेसवे से होते हुए जैसे ही आकाश अपने गांव पहुंचे, ढोल-नगाड़ों और फूल-मालाओं से उनका जोरदार स्वागत किया गया । स्थानीय निवासियों और युवा खिलाड़ियों ने जुलूस निकालकर इस मौके को यादगार बना दिया । आकाश बालियान ने अपने सफर की शुरुआत कक्षा सात में की थी। अपने शुरुआती दिनों में उन्होंने साधारण मिट्टी के मैदान पर अभ्यास किया, लेकिन उनके जुनून और मेहनत ने उन्हें वह मुकाम दिलाया, जहां आज वह भारतीय खो-खो टीम के अहम खिलाड़ी बन चुके हैं ।
भाई से मिली प्रेरणा, परिवार का मिला साथ
आकाश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और भाई को दिया। उनके बड़े भाई विकास बालियान भी खो-खो के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रह चुके हैं। परिवार में खेल के प्रति जुनून ने आकाश को इस खेल के प्रति समर्पित किया। आकाश के अनुसार शुरुआत में साधारण मैदानों पर खेलने का अनुभव आज भी मेरी सबसे बड़ी ताकत है। मेरे परिवार का साथ और उनकी प्रेरणा ने मुझे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने का आत्मविश्वास दिया।
खो - खो विश्व कप 2025 में किया शानदार प्रदर्शन
नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित खो-खो विश्व कप 2025 के पहले संस्करण में भारत ने नेपाल को हराकर खिताब अपने नाम किया। इस प्रतियोगिता में 24 देशों की टीमें शामिल हुई थीं। फाइनल में भारत ने नेपाल को 54-36 और 78-40 के बड़े अंतर से हराकर जीत दर्ज की। भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा समर्थित इस टूर्नामेंट ने खो-खो को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दी।
खो-खो को विश्व मंच पर मिली पहचान
खो-खो एक ऐसा खेल है जो गति, सटीकता, चपलता और बुद्धिमत्ता की मांग करता है। आकाश ने बताया कि इस खेल का उल्लेख महाभारत काल में भी मिलता है। यह भारतीय संस्कृति और परंपरा का हिस्सा रहा है, जिसे अब वैश्विक मंच पर भी पहचान मिल रही है।
गांव में खुशी और प्रेरणा का माहौल
आकाश की इस उपलब्धि ने गांव के युवाओं को प्रेरित किया है। स्थानीय लोगों में उत्साह है और वे इसे अपने बच्चों के लिए प्रेरणा मानते हैं। स्वागत समारोह में आकाश ने युवाओं को संदेश दिया कि मेहनत और लगन से हर सपना पूरा किया जा सकता है।