बांग्लादेश में चिन्मय दास की गिरफ्तारी पर आचार्य सत्येंद्र दास का बयान : बोले- सरकार ने की अनदेखी तो, वहां हिंदुओं का अस्तित्व होगा खतरे में

UPT | आचार्य सत्येंद्र दास

Nov 28, 2024 14:53

बांग्लादेश में इस्कॉन के पूर्व प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी के बाद भारत में संत समाज की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ...

Ayodhya News : बांग्लादेश में इस्कॉन के पूर्व प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी के बाद भारत में संत समाज की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने इस घटना को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अगर भारत सरकार इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई नहीं करती है तो बांग्लादेश में हिंदुओं का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।

हिंदुओं कोबनाया जा रहा है निशाना
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर लगातार हो रहे हमलों और उत्पीड़न को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी चिंताजनक है। उनका कहना है कि बांग्लादेश में हिंदू संगठनों, खासकर इस्कॉन को कट्टरपंथी संगठन करार देने की जो कोशिशें हो रही हैं, वह हिंदुओं को निशाना बनाने की एक बड़ी साजिश नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे सरकार ने इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया, तो वहां हिंदू समुदाय का और भी बुरा हाल होगा। हिंदू धर्म और संस्कृति को खत्म करने की यह साजिश केवल बांग्लादेश तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसके गंभीर परिणाम भारत पर भी हो सकते हैं।



हिंदू धर्म के प्रति है बुरा रवैया
आचार्य सत्येंद्र दास ने इस्कॉन जैसे संस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि यह संगठन न केवल धार्मिक कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं, बल्कि अच्छे विचारधारा वाले संतों द्वारा संचालित हैं, जो समाज में शांति और सद्भावना फैलाने का काम कर रहे हैं। इसके बावजूद बांग्लादेश इसे निशाना बना रहा है, जो हिंदू धर्म के प्रति बुरा रवैया है।

स्वामी दीपांकर ने भी जाहिर की चिंता
इस मुद्दे पर धर्मगुरु स्वामी दीपांकर ने भी अपनी चिंता जाहिर की। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों को 'नरसंहार' बताया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आड़े हाथों लिया। स्वामी दीपांकर ने कहा कि आजादी के बाद इतना बड़ा नरसंहार मैंने नहीं देखा। हिंदुओं पर हो रहे हमलों के बारे में संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संस्थाएं चुप्पी साधे हुए हैं। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है, क्योंकि हिंदू मारे जा रहे हैं, उनके घर जलाए जा रहे हैं और मंदिरों को तोड़ा जा रहा है।

भारत-बांग्लादेश के रिश्ते हुए तनावपूर्ण
भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्ते एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं, और इसका कारण बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी है। बांग्लादेश की सरकार ने संत चिन्मय कृष्ण दास पर देशद्रोह के आरोप लगाए हैं, जो दोनों देशों के बीच राजनीतिक और धार्मिक तनाव को और बढ़ा रहा है। इस गिरफ्तारी को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने भी चिंता जताई है, और स्थिति की गंभीरता को लेकर अपनी चिंताओं को स्पष्ट किया है।

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