साइंस सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट ठगी गिरोह का सक्रिय सदस्य अब्दुल हक, जो कई वर्षों से वांछित था, को अयोध्या से लखनऊ एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है...
Jan 09, 2025 22:53
साइंस सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट ठगी गिरोह का सक्रिय सदस्य अब्दुल हक, जो कई वर्षों से वांछित था, को अयोध्या से लखनऊ एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है...
Ayodhya News : साइंस सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट ठगी गिरोह का सक्रिय सदस्य अब्दुल हक, जो कई वर्षों से वांछित था, को अयोध्या से लखनऊ एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। एसटीएफ लखनऊ ने इस बारे में जानकारी दी। गिरफ्तार आरोपी अयोध्या जिले के रौनाही थाना क्षेत्र के सनाहा गांव का निवासी है। एसटीएफ ने उसे अयोध्या से गिरफ्तार कर सुल्तानपुर कोतवाली भेज दिया है।
जमीन और प्लॉट के नाम पर करता था निवेश
अब्दुल हक साइंस सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में एक सक्रिय सदस्य था, जो जमीन और प्लॉट के नाम पर निवेश करवाकर करोड़ों रुपये की ठगी करता था। सुल्तानपुर जिले में उसके खिलाफ ₹50,000 का इनाम घोषित था। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि वह आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त है और उसकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही थी।
अयोध्या में होने की मिली थी सूचना
एसटीएफ को एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि अब्दुल हक उर्फ फहीम, जो सुल्तानपुर के कोतवाली नगर में पंजीकृत मुकदमों में वांछित था, अयोध्या के रौनाही थाना क्षेत्र स्थित ड्योढ़ी बाजार मोड़ पर छिपा हुआ है और भागने की कोशिश कर रहा है। एसटीएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
ड्राइवर से पार्टनर बनने तक का सफर, फिर करोड़ों की ठगी
एसटीएफ द्वारा की गई पूछताछ में अब्दुल हक ने बताया कि वह 2014 से 2019 तक साइंस सिटी कंपनी में ड्राइवर के पद पर काम कर रहा था और कंपनी के एमडी आसिफ नसीम की गाड़ी चलाता था। उसकी विश्वसनीयता को देखकर आसिफ नसीम ने उसे कंपनी की नई साइट 'साइंस सिटी प्रॉक्सिमा डेवलपर्स' में पार्टनर बना दिया। बाद में कंपनी के फरार होने पर उसके खिलाफ भी कार्रवाई शुरू हुई और गिरफ्तारी से बचने के लिए वह स्थान बदलकर छिपा हुआ था। अब गिरफ्तारी के बाद उसे सुल्तानपुर कोतवाली भेज दिया गया है और अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।