समीक्षा बैठक के बाद राम मन्दिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि श्रीराम मंदिर परिसर में पूर्ण होने वाले निर्माण जल्द ही ट्रस्ट को सौंप दिए जाएंगे, 90 फीसदी निर्माण एजेंसियां जुलाई 2025 तक वापस हो सकती हैं...
Oct 04, 2024 18:16
समीक्षा बैठक के बाद राम मन्दिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि श्रीराम मंदिर परिसर में पूर्ण होने वाले निर्माण जल्द ही ट्रस्ट को सौंप दिए जाएंगे, 90 फीसदी निर्माण एजेंसियां जुलाई 2025 तक वापस हो सकती हैं...
Ayodhya News: अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की बैठक में चल रहे निर्माण कार्यों की प्रगति पर गहन समीक्षा की गई। चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने जानकारी दी कि यदि कोई अप्रत्याशित बाधा नहीं आई, तो जुलाई 2025 तक मंदिर निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद निर्माण से जुड़ी 90 प्रतिशत एजेंसियां अपना कार्य पूरा करके वापस लौट जाएंगी। मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन ने कहा कि निर्माण की गति बढ़ाने के लिए जरूरत पड़ने पर मजदूरों और तकनीकी कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
कई महत्वपूर्ण निर्माण कार्य पूरे, ट्रस्ट को सौंपने की तैयारी
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि श्रीराम मंदिर परिसर में कई निर्माण कार्य लगभग पूरे हो चुके हैं। इनमें विद्युत सब स्टेशन, फायर स्टेशन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट शामिल हैं। इन सभी पूर्ण हो चुके कार्यों को जल्द ही राम जन्मभूमि ट्रस्ट को सौंप दिया जाएगा। अब इन सुविधाओं का संचालन और रखरखाव ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा। नृपेंद्र मिश्र ने यह भी कहा कि निर्माण का अधिकांश कार्य पूरा होने के बाद, 2025 तक 90 प्रतिशत निर्माण एजेंसियां अपना काम खत्म कर वापस लौट जाएंगी।
मंदिर शिखर निर्माण बना तकनीकी चुनौती
राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे शिखर का निर्माण कार्य शारदीय नवरात्रि के अवसर पर पूजा के बाद शुरू किया गया। इस शिखर के निर्माण में 60,000 घन फीट पत्थरों का उपयोग होगा और इसे चार महीनों के भीतर पूरा किया जाएगा। नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि यह कार्य एक बड़ी तकनीकी चुनौती है और इसे पूरा करने के लिए लार्सन एंड टुब्रो, टाटा कंसलटेंसी और सीबीआरआई जैसी प्रतिष्ठित एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं। सभी एजेंसियां समन्वय से शिखर निर्माण के हर चरण पर ध्यान दे रही हैं।
निर्माण कार्य की गति बढ़ाने के लिए श्रमिकों की संख्या बढ़ाने पर विचार
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि निर्माण कार्य को और तेजी से पूरा करने के लिए श्रमिकों और तकनीकी विशेषज्ञों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। समीक्षा बैठक में चेयरमैन ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ, तो कार्य बल को बढ़ाकर निर्माण कार्य को समय पर पूरा करने की योजना बनाई जाएगी।