Ayodhya News : पुरानी पेंशन के लिए सड़क पर उतरे शिक्षकों और कर्मचारियों ने भरी हुंकार, कहा-कर्मचारी विरोधी है यह सरकार

UPT | पुरानी पेंशन के लिए सड़क पर प्रदर्शन करते कर्मचारी

Sep 26, 2024 19:07

ऑल टीचर्स एम्पलाई वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर भारी संख्या में कर्मचारियों ने जुलूस निकाला। पैदल मार्च का कार्यक्रम पुरानी पेंशन बहाली और एनपीएस/यूपीएस तथा निजीकरण के विरोध में किया...

Short Highlights

*एनपीएस/यूपीएस व निजीकरण के विरोध में मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन*

*ज्ञापन में निजीकरण रोकने और पुरानी पेंशन बहाली की रखी मांग*

*ऑल टीचर्स एम्पलाई वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले किया पैदल मार्च*

 

Ayodhya News : ऑल टीचर्स एम्पलाई वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर भारी संख्या में कर्मचारियों ने जुलूस निकाला। पैदल मार्च का कार्यक्रम पुरानी पेंशन बहाली और एनपीएस/यूपीएस तथा निजीकरण के विरोध में किया। कई संगठनों के समर्थन के साथ भारी बारिश के बीच गांधी पार्क से सिविल लाइन रिकाबगंज से लेकर आक्रोश रैली निकाली जो डीएम दफ्तर तक पहुंची। जहां मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया।

पैदल मार्च से पूर्व गांधी पार्क में भारी संख्या में कर्मचारी इकट्ठा हुए। राज्य सरकार से पुरानी पेंशन बहाली के लिए जबरदस्त नारेबाजी किया। जिसमें जनपद के हजारों शिक्षक व कर्मचारी शामिल रहे। प्रमुख रूप से शिक्षणेत्तर संघ, राजकीय नर्सेज संघ, राजपत्रित फार्मासिस्ट संघ, पीडब्ल्यूडी नियमित व कर्मचारी संघ, संयुक्त कर्मचारी एसोसिएशन उत्तर प्रदेश, लेखपाल संघ, एआरपी एसोसिएशन, संयुक्त कल्याण समिति, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कर्मचारी संघ, विद्युत कर्मचारी संघ, सफाई कर्मचारी संघ, पीएस पीएसए संघ, यूटा संघ सहित अन्य शिक्षक व कर्मचारी संगठन शामिल रहे।

*पुरानी पेंशन बहाली होने तक अटेवा लड़ता रहेगा कर्मचारियों की लड़ाई*

अटेवा के प्रांतीय आईटी सेल प्रभारी अभिनव सिंह राजपूत ने कहा कि 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन नहीं दी जा रही है और सरकार कई विभागों का निजीकरण करने की तैयारी कर रही है जिसका अटेवा विरोध दर्ज करा रहा है। पुरानी पेंशन बहाली होने तक अटेवा शिक्षकों व कर्मचारियों की लड़ाई लड़ता रहेगा। अटेवा के जिला संयोजक विजय प्रताप सिंह ने कहा 2005 के बाद से नियुक्त कर्मचारियों के लिए पेंशन बंद कर दी गई। सरकार की यूपीएस योजना स्थायित्व नहीं है। पुरानी पेंशन बहाली तक अटेवा का संघर्ष जारी रहेगा। महामंत्री उमा शंकर शुक्ला ने कहा कि पेंशन कर्मचारियों के लिए जीवन भर की पूंजी होती है। शिक्षक/कर्मचारी पूरा जीवन सेवा में लगा देते हैं। उसके बाद बुढ़ापे में पेंशन न मिलने से शिक्षक व कर्मचारी दर-दर भटकने को मजबूर होंगे।अटेवा के मंडलीय मंत्री संदीप यादव ने कहा कि सरकार को पुरानी पेंशन बहाल करना ही होगा नहीं तो अटेवा पूरे देश में आंदोलन करने को मजबूर होगा।

*पुरानी पेंशन नीति बहाली और निजीकरण पर रोक लगाना जरूरी*

जिला प्रभारी हृदयारम ने कहा कि पुरानी पेंशन शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसलिए सरकार को गंभीरता से विचार करके जल्द ही पुरानी पेंशन बहाल करना चाहिए। प्रांतीय मीडिया सह प्रभारी अंजनी ओझा ने कहा कि सरकार द्वारा शेयर बाजार पर आधारित यूनिफाइड पेंशन प्रणाली/एनपीएस को समाप्त करके पुरानी पेंशन प्रणाली को बहाल करना चाहिए तथा निजीकरण पर भी रोक लगानी चाहिए। मीडिया प्रभारी अनूप द्विवेदी ने बताया कि महिला शिक्षक जिला अध्यक्ष मनोरमा साहू, जिला उपाध्यक्ष अनिल चौरसिया, प्रदीप कन्नौजिया, कोषाध्यक्ष राम शौक राजभर, अनुज सिंह, सुनील प्रियदर्शी, हृदयराम, इमरान खान, जगदीश वर्मा, बलराम यादव शैलेंद्र सिंह, अनिल पांडेय, आशुतोष पटेल, महेंद्र कनौजिया, उमेश वर्मा, पंकज निषाद, संदीप चौधरी विक्रम सिंह, रामेश्वर पाण्डेय, अखिलेश आदि शामिल रहे।

*बारिश के बावजूद नही हटे कर्मचारी व शिक्षक*

शिक्षकों और कर्मचारियों द्वारा निकाली गई पदयात्रा के दौरान बारिश शुरू हो गई लेकिन पुरानी पेंशन के लिए दृढ़ संकल्पित शिक्षक और कर्मचारी रोड से हटे नहीं और आगे बढ़ते रहे, जिसमें  विशेष कर महिला शिक्षक और कर्मचारी आगे रही और भीगते हुए शिक्षक और कर्मचारियो का हौसला बुलंद दिखा, बार-बार जो पेंशन बहाल करेगा वही देश पर राज करेगा के नारे पूरी पदयात्रा में गूंजते रहे। बारिश के दौरान शिक्षक और कर्मचारी एक बार भी विचलित नहीं दिखे, उनके चेहरों पर संघर्ष रूपी मुस्कान नजर आ रही थी पदयात्रा पूरी कर ज्ञापन सौंप कर ही दम लिया।वहीं अटेवा के बैनर तले हो रही पेंशन पदयात्रा पर  प्रशासन के लोग भी मुस्तदी से नजर बनाए हुए थे।

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