अपने नव्य व दिव्य मन्दिर में विराजमान रामलला के लिए अब वह सारे कार्यक्रम उत्सव पूर्वक हो रहे हैं जो प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व प्रतीकात्मक रूप से होते थे।
Nov 18, 2024 21:24
अपने नव्य व दिव्य मन्दिर में विराजमान रामलला के लिए अब वह सारे कार्यक्रम उत्सव पूर्वक हो रहे हैं जो प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व प्रतीकात्मक रूप से होते थे।
Ayodhya News : अयोध्या में रामलला के नव्य व दिव्य मंदिर में अब प्राण प्रतिष्ठा से पहले के प्रतीकात्मक कार्यक्रम उत्सवपूर्वक मनाए जा रहे हैं। इसी क्रम में, सोमवार को रामनगरी के रामसेवक पुरम में पहली बार प्रभु श्रीराम का तिलकोत्सव धूमधाम से संपन्न हुआ। जनकपुर से आए 300 तिलकहरू ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ प्रभु श्रीराम का तिलक चढ़ाया। वे 501 नेगचार की सामग्री लेकर अयोध्या पहुंचे थे, जिससे माहौल में भक्ति और उल्लास का संचार हुआ। यह आयोजन रामलला के नव्य मंदिर में सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं को सजीव करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
वर पक्ष से कर्ताधर्ता रहे विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेन्द्र सिंह पंकज
सोमवार दोपहर दो बजे रामसेवक पुरम में तिलक कार्यक्रम धूमधाम से आयोजित हुआ। 18 वर्षीय युवक को प्रतीकात्मक रूप से श्रीराम बनाया गया। जानकी मंदिर के छोटे महंथ राम रोशन दास ने दुल्हन के भाई की भूमिका निभाई, जबकि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय दूल्हे के पिता बने। तिलक चढ़ाने वालों में जनकपुर के मेयर मनोज साह और मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री सतीश सिंह सहित 300 लोग शामिल हुए। अयोध्या में वर पक्ष की ओर से विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज कार्यक्रम के कर्ताधर्ता रहे और संचालन भी किया।
महिलाओं ने तिलकोत्सव में गाया मंगलगीत
तिलक उत्सव में अयोध्या की महिलाओं ने मंगलगीत गाकर समारोह को जीवंत किया। अवध क्षेत्र की परंपराओं का पालन करते हुए तिलकोत्सव के सभी विधि-विधान पूरे किए गए। जनकपुर से मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह ने राजा जनक की भूमिका निभाते हुए तिलक चढ़ाया, जबकि अयोध्या के महापौर गिरिश पति त्रिपाठी ने वर पक्ष का नेतृत्व किया। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय राजा दशरथ बने। जनकपुर से तिलक के लिए 501 तरह की सामग्री, जिसमें कांसे के बर्तन, परंपरागत वस्त्र, यज्ञोपवीत और चांदी के सिक्के शामिल थे, लाई गई। कार्यक्रम रामसेवकपुरम परिसर में संपन्न हुआ।
राम लला के विवाह की आज से शुरू हो गई तैयारी
रामलला का विवाह बड़े धूमधाम से कराया जाएगा। जिसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार 14 दिन भगवान राम के विवाह का महोत्सव चलेगा। कार्यक्रम के मुताबिक 26 नवंबर को अयोध्या से जनकपुर के लिए बारात रवाना होगी जो 3 दिसंबर को जनकपुर पहुंचेगी। जनकपुर में 6 दिसंबर को विवाह संपन्न होगा। वहां से 8 दिसंबर को जनकपुर से अयोध्या के लिए बारात रवाना होगी। राम बारात वापस 9 दिसंबर को अयोध्या पहुंचेगी। इस प्रकार 26 नवम्बर से 9 दिसंबर तक 14 दिन भगवान राम और मां जानकी के विवाह कार्यक्रम उत्सव पूर्वक मनाया जाएगा।
तिलकोत्सव में इनकी भी रही मौजूदगी
रामसेवक पुरम में सजे मंच पर तिलकोत्सव के समय श्रीराम आश्रम के महंत जय रामदास, बावन मंदिर के महंत वैदेही वल्लभ शरण, महापौर गिरीशपति त्रिपाठी, महंत शशिकांत दास, महंत रामकुमार दास , महंत गया शरण सहित सैकड़ो लोग सम्मिलित हुए।