बलिया न्यूज : महिला सशक्तिकरण विषय पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन, अमेरिका से जुड़ीं ये वक्ता

UPT | जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन।

Mar 15, 2024 18:36

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला सशक्तिकरण विषय पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गंगा बहुउद्देशीय...

Short Highlights
  • जिला जज ने कानून के बारे में दी जानकारी
  • अमेरिका और दिल्ली से जुड़ीं वक्ता
Ballia News (अखिलानंद तिवारी) : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला सशक्तिकरण विषय पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गंगा बहुउद्देशीय सभागार कलेक्ट्रेट परिसर में अधिवक्ता परिषद काशी बलिया इकाई एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलिया के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ। इसकी अध्यक्षता जनपद न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलिया अशोक कुमार-सप्तम ने की। कार्यक्रम का संचालन सर्वेश कुमार मिश्र सिविल जज बलिया एवं पूनम सिंह जिला उपाध्यक्ष बलिया इकाई द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। 

दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ
जनपद न्यायाधीश अशोक कुमार सप्तम और जेएनसीयू के कुलपति डॉ. संजीत कुमार गुप्ता ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान अपर जनपद न्यायाधीश हुसैन अहमद अंसारी, अपर पुलिस अधीक्षक अनील झॉ, अपर जनपद न्यायाधीश राहुल दूबे, सुरेन्द्र प्रसाद, अपर जनपद न्यायाधीश और सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलिया, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शाम्भवी यादव, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-प्रथम तपस्या त्रिपाठी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-द्वितीय कविता कुमारी और अन्य न्यायिक अधिकारीगण के साथ अधिवक्ता परिषद काशी के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य, जिला शासकीय अधिवक्ता दीवानी न्यायालय बलिया ने भी मल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

महिलाओं के सर्वांगीण विकास एवं उनकी आत्मनिर्भरता पर दिया विशेष बल
 जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने शासन की ओर से चल रही योजनाओं, महिलाओं के सर्वागीण विकास एवं उनकी आत्मनिर्भरता पर विशेष बल देते हुए कहा कि आज मैं पूर्ण विश्वास के साथ कह सकता हूं कि मेरे सम्मुख बैठी मातृ शक्ति काफी सबल शक्तिशाली एवं अपने साहस के बल पर समाज के हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका का निर्वहन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सुरक्षा एवं आर्थिक, सामाजिक, पारिवारिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए हम सभी लोग नारी शक्ति के साथ सदैव तत्पर हैं। 

हर क्षेत्र में सक्षम, सबल और शक्तिशाली हैं महिलाएं
मुख्य वक्ता मनोवैज्ञानिक सलाहकार एवं उमंग नायक संस्था की संचालक डॉ. नीरू माथुर भटनागर ने महिलाओं के सशक्तिकरण विषय पर अपने उद्बोधन में कहा कि मातृ शक्ति के पास सभी गुण मौजूद हैं। वह वर्तमान परिवेश में न्यायपालिका, कार्यपालिका एवं विधायिका के संयुक्त विचारों के आधार पर हर क्षेत्र में सक्षम, सबल और शक्तिशाली है। पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करना भी हम मातृ शक्ति की प्रमुख जिम्मेदारी है। हम अकेले केवल अपने बल पर किसी भी क्षेत्र में अपनी प्रगति नहीं कर सकते, जबतक हमारे साथ पुरूष समाज भी साथ न रहे। 

महिलाओं को सबल बनाने की जरूरत : हुसैन अहमद अंसारी
अपर जनपद न्यायाधीश हुसैन अहमद अंसारी ने महिलाओं के शक्ति, क्षमता एवं सामाजिक पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ आर्थिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में उसकी क्षमता का परिचय करते हुए कहा कि हम सभी को एकसाथ मिलकर महिलाओं को सबल बनाने की जरूरत है। क्योंकि यदि महिलाएं सबल होती तो फिर महिला सशक्तिकरण विषय पर इतना बड़ा आयोजन अधिवक्ता परिषद बलिया एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलिया द्वारा करने की जरूरत नहीं पड़ती।

अमेरिका और दिल्ली से जुड़ीं वक्ता
अमेरिका से वर्चुअल रूप में जुड़ीं डॉ. सुरभि पांडेय ने सभागार में मौजूद महिलाओं से संवाद किया। कहा कि हम सबको ऐसा भारत का सपना देखना है, जहां महिला पुरुष में कोई अंतर न हो। वर्चुअल रूप से ही सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता ऐश्वर्या भाटी ने कहा कि महिलाएं लॉयबिल्टी नहीं, बल्कि एसेट्स हैं। भारत की बेटियां अब पहले की तरह नहीं रही। निश्चित रूप से बेटियों और  महिलाओं में जागरूकता आई है और उसका असर भी भारत में दिख रहा है। ग्रामीण क्षेत्र कि महिलाओं के बीच विधिक जागरुकता ज़्यादा से ज्यादा फैलाने पर ज़ोर दिया। इसके अलावा डॉ. शिक्षा चावला के एक वीडियो के ज़रिए महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर के लक्षण और उससे बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम में महिला अधिवक्ताओं को सम्मानित भी किया गया। 

जिला जज ने कानून के बारे में दी जानकारी
जनपद न्यायाधीश अशोक कुमार -सप्तम द्वारा अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को बताया कि यह कार्यक्रम अधिवक्ता परिषद काशी बलिया इकाई एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बलिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने महिलाओं के प्रति होने वाले घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, महिलाओं के खिलाफ विभिन्न अपराध, दहेज मृत्यु, आत्महत्या का दुष्प्रेरण, पति या पति के नातेदारों द्वारा क्रूरता महिला की लज्जा भंग करने, लैंगिक उत्पीड़न, पीछा करना, दहेज प्रतिषेध अधिनियम, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न के अलावा महिलाओं के स्वास्थ्य अधिकार, गिरफ्तारी एवं बंदी महिलाओं के अधिकार सहित बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण, रख-रखाव तथा कल्याण अधिनियम के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति तक सुलभ न्याय पहुंचाना जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य है। इसी के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा सभी को समान अवसर प्रदान करते हुए समाज के निर्बल वर्गों को आवश्यक विधिक सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। 

ये लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम में अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष सुनील राय महामंत्री सावन ठाकुर, संरक्षक अजय कुमार राय, डॉ. राकेश सिंह, प्रदीप कुमार सिंह, विनोद कुमार भारद्वाज, शासकीय अधिवक्ता फौजदारी संजीव कुमार सिंह, महिला प्रमुख शशिप्रभा पांडेय, पूजा गुप्ता, पार्वती गुप्ता और अनके महिला अधिवक्ताओं के साथ प्राथमिक महिला शिक्षक संघ की जिला अध्यक्ष अनु सिंह, मजुलिका द्विवेदी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सुमिता सिन्हा, टीडी कॉलेज के प्राचार्य और प्रोफेसर, जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय की महिला प्रवक्ता, विद्यार्थी एवं हजारों की संख्या में महिलाएं उपस्थित रहीं। 

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