छठ पूजा : आज रखेंगी महिलाएं खरना व्रत, शाम को गुड़ निर्मित खीर, रोटी व फल से करेंगी पारण

UPT | छठ पूजा

Nov 06, 2024 16:53

गंगा नदी में स्नान करने के बाद बुधवार को चार दिवसीय सूर्य षष्ठी व्रत के दूसरे दिन सुबह से उपवास रखकर महिलाओं ने खरना व्रत रखा। बुधवार को निर्जला व्रत (खरना) रखकर शाम को गुड़ निर्मित खीर, रोटी व फल से पारण करेंगी।

Ballia News :  "कांचे ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए..।" आदि पारंपरिक गीतों के साथ गंगा नदी में स्नान करने के बाद बुधवार को चार दिवसीय सूर्य षष्ठी व्रत के दूसरे दिन सुबह से उपवास रखकर महिलाओं ने खरना व्रत रखा। एक दिन पहले व्रती महिलाओं ने नहाय-खाय के साथ व्रत का आरंभ किया।

खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ी 
बता दें कि बाजारों में सूर्य षष्ठी व्रत को लेकर बुधवार को खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ी रही। इससे नगर में जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। शहर व नगर में यातायात व्यवस्था प्रभावित ना हो, इसके लिए नगर में जगह-जगह बैरियर लगाए गए थे। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस की माकूल व्यवस्था की गई थी। व्यापारियों ने बताया कि बुधवार को अधिक भीड़ बढ़ने की उम्मीद है।


महिलाओं ने व्रत रखा 
मंगलवार को नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय महापर्व का शुभारंभ नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में हुआ। इसके एक दिन पहले सोमवार की शाम चने की दाल, लौकी की सब्जी व अरवा चावल का भात खाकर महिलाओं ने व्रत रखा था।

ये भी पढ़ें: छठ महापर्व : चंदौली में नहाय खाय की परंपरा के साथ शुरू हुई पूजा, मानसरोवर तालाब से छोड़े गए सूर्य देव की सवारी के प्रतीक सात घोड़े 

रोटी व फल से पारण होगा

बुधवार को निर्जला व्रत (खरना) रखकर शाम को गुड़ निर्मित खीर, रोटी व फल से पारण करेंगी। जबकि बृहस्पतिवार को षष्ठी तिथि को निर्जला व्रत रहेंगी और शाम को अस्ताचलगामीसूर्य को अर्घ्य देंगी। इसके बाद सप्तमी तिथि को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार के सुख समृद्घि की कामना करते हुए पारण करेंगी। नगर के विभिन्न क्षेत्रों में नारियल, अन्नानास, संतरा, नीबू, सुपली, दउरी, गन्ना, सेव, केला, संतरा आदि की खरीदारी की गई। यही हाल तहसील मुख्यालय एवं गांव के चट्टी-चौराहों का रहा। नगर में जाम न लगे इसके लिए यातायात व सिविल पुलिस जगह-जगह बैरियर लगाकर मुश्तैद रही। सुरक्षा के मद्देनजर नगर में पुलिस चक्रमण करती रही।

 डाला छठ पर सामग्रियों का मूल्य 

सामग्री पीस/किग्रा रुपये
नारियल जोड़ा 70
केला एक दर्जन 50
अन्नानास जोड़ा 100
सेब किग्रा 100
अनार किग्रा 120
नाशपाती किग्रा 120
अंगूर किग्रा 200
शरीफा किग्रा 80
अमरस जोड़ा 30
संतरा किग्रा 60
रामफल किग्रा 300
अमरूद किग्रा 60
कन किग्रा 30
सिघाड़ा किग्रा 40
सुपली (बांस) एक 50
सुपली (पित्तल) एक 300
दउरी एक 150 से 350 तक

ये भी पढ़ें:  महापर्व की भव्य तैयारी : महाराजगंज में पांच सौ घाटों पर होगी पूजा, ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे से पुलिस रखेगी नजर

Also Read