बदायूं में भाजपा विधायक पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप : डिंपल यादव ने सरकार को घेरा, कहा- 'क्या बलात्कारी के मकान पर बुलडोजर चलवाएंगे?'

UPT | डिंपल यादव

Dec 24, 2024 13:45

समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने इस घटना पर भाजपा और योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि "भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं।

Badaun News : भाजपा विधायक हरीश शाक्य पर महिला से सामूहिक दुष्कर्म और 20 बीघा जमीन हड़पने का आरोप लगा है। सिविल लाइंस थाने में कोर्ट के आदेश पर विधायक समेत 16 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है।

सपा ने साधा भाजपा पर निशाना
समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने इस घटना पर भाजपा और योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि "भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं।" उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर लिखा कि "भाजपा नेताओं द्वारा गांव-गांव में जमीन हड़पने और महिलाओं पर अत्याचार के मामले चरम पर हैं। बदायूं में भाजपा विधायक द्वारा महिला से दुष्कर्म व जमीन कब्जाने का मामला शर्मनाक है। मुख्यमंत्री योगी के शासन में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं।" इससे पहले सपा के बदायूं सांसद आदित्य यादव ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "क्या बाबा जी अपने बलात्कारी विधायक के मकान पर बुलडोजर चलवाएंगे?"
  क्या है मामला?
बदायूं के बिल्सी विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक हरीश शाक्य और बरेली के कारोबारी समेत तीन लोगों पर महिला से सामूहिक दुष्कर्म और जमीन कब्जाने का आरोप है। यह मामला करीब दो साल से चल रहा है। पीड़ित के मुताबिक, 20 बीघा जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद चल रहा था। 17 सितंबर 2024 को पीड़ित की पत्नी और मां विधायक के कैंप कार्यालय पहुंचीं। आरोप है कि यहां विधायक और उनके साथियों ने महिला के साथ दुष्कर्म किया। पीड़ित ने अदालत का दरवाजा खटखटाते हुए प्रार्थना पत्र दाखिल किया। न्यायाधीश ने सुनवाई के बाद एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। इसके तहत 13 अन्य लोगों पर भी जमीन कब्जाने का मामला दर्ज हुआ है।



विधायक ने बताया षड़यंत्र
हरीश शाक्य ने इन आरोपों को साजिश करार देते हुए कहा कि उन्हें जानबूझकर फंसाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि जांच में सच्चाई सामने आएगी। वहीं, सह-आरोपी आनंद प्रकाश अग्रवाल का कहना है कि यह मुकदमा उन्हें 68 लाख रुपये के बकाए से बचने के लिए फंसाने की कोशिश है। यह मामला अब भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है। विपक्ष इसे महिला सुरक्षा और सरकारी भ्रष्टाचार से जोड़ते हुए सरकार पर निशाना साध रहा है। अब देखना होगा कि इस मामले में जांच के बाद क्या सच्चाई सामने आती है।

Also Read