Bareilly News : बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर के नौ शिक्षण संस्थानों पर कार्रवाई, मान्यता रद्द करने की तैयारी

UPT | शिक्षण संस्थान का फोटो।

Nov 15, 2024 20:44

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर के नौ शिक्षण संस्थानों पर शिकंजा कस दिया है। इन संस्थानों पर बोर्ड....

Bareilly News : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर के नौ शिक्षण संस्थानों पर शिकंजा कस दिया है। इन संस्थानों पर बोर्ड की परीक्षा संचालन में अनियमितताओं और नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है। इन संस्थानों को यूपी बोर्ड परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्र के रूप में चयनित नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही उनकी मान्यता रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। इन शिक्षण संस्थानों पर आरोप हैं कि वे पिछले वर्षों में यूपी बोर्ड परीक्षाओं के दौरान अनुचित साधनों को बढ़ावा देने, परीक्षा संचालन में गड़बड़ी और बोर्ड के निर्देशों का पालन न करने के मामलों में लिप्त पाए गए। कुछ संस्थानों पर छात्रों को नकल कराने, उत्तर पुस्तिकाओं के साथ छेड़छाड़ और अन्य अनियमितताओं का भी आरोप है।



शिक्षा विभाग की कार्रवाई
यूपी बोर्ड ने इन शिक्षण संस्थानों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखते हुए जांच की। जांच में यह पाया गया कि।ये संस्थान परीक्षा के दौरान पारदर्शिता बनाए रखने में विफल रहे हैं। शिक्षा विभाग ने इन नौ संस्थानों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था, लेकिन संतोषजनक उत्तर न मिलने पर इनके खिलाफ सख्त कदम उठाए गए हैं।

जानें किस जिले के संस्थान होंगे प्रभावित
इसमें बरेली के चार,बदायूं के तीन और शाहजहांपुर के दो शिक्षण संस्थान निशाने पर हैं। इसमें बरेली शहर के सीबीगंज का मालती दलाल हायर सेकेंडरी स्कूल, रामपुर गार्डन का उत्तम पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल और नैनीताल रोड के मॉर्डन विलेज दोहना का हांडा पब्लिक इंटर कॉलेज है। इसके साथ ही बदायूं जिले का लल्ला मियां उच्च माध्यमिक विद्यालय, सैदपुर भी इस सूची में शामिल है। शाहजहांपुर जिले का श्री चंदन लाल विशाल उच्च प्राथमिक विद्यालय, कपसेड़ा, तिलहर का मां शारदे इंटर कॉलेज, बासखेड़ा पुवायां मोड़ के पास नरेंद्र प्रताप सिंह मेमोरियल इंटर कॉलेज, मिर्जापुर का श्री रामपाल सिंह इंटर कॉलेज और  बंडा का श्री गुरु गोविंद सिंह इंटर कॉलेज है। 

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 बोर्ड परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्र के रूप में नहीं होंगे चयनित 
इन संस्थानों के खिलाफ अगला कदम उनकी मान्यता को रद्द करना है। यूपी बोर्ड ने संबंधित जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआईओएस) को निर्देश दिया है कि वे इन संस्थानों की मान्यता रद्द करने की प्रक्रिया शुरू करें। यदि मान्यता रद्द होती है, तो इन संस्थानों में कक्षा 9 से 12 तक की पढ़ाई बंद हो जाएगी और छात्रों को अन्य मान्यता प्राप्त स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा। मगर, इससे इन शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं में बैठने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था दी जाएगी। शिक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाया है कि छात्रों की पढ़ाई और परीक्षा पर इसका नकारात्मक प्रभाव न पड़े। बोर्ड उन छात्रों को अन्य परीक्षा केंद्रों पर बैठने का मौका देगा।

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भविष्य में और सख्ती की तैयारी
यूपी बोर्ड ने साफ कर दिया है कि भविष्य में परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए और सख्ती की जाएगी। जिन संस्थानों पर परीक्षा संचालन में गड़बड़ी करने का आरोप लगेगा, उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई होगी। डीआईओएस ने मीडिया को बताया कि "यह कार्रवाई परीक्षा प्रक्रिया को स्वच्छ और पारदर्शी बनाने के लिए की जा रही है, जो भी संस्थान नियमों का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ इसी तरह सख्त कदम उठाए जाएंगे। छात्रों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं की जा रही हैं।" बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर के नौ शिक्षण संस्थानों पर शिकंजा कसना यूपी बोर्ड की परीक्षा प्रक्रिया में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता आएगी, बल्कि उन संस्थानों को भी चेतावनी मिलेगी जो नियमों का पालन नहीं करते। छात्रों के लिए प्रशासन ने वैकल्पिक इंतजाम करने का भरोसा दिया है, ताकि उनकी शिक्षा प्रभावित न हो।

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