बरेली में प्रॉपर्टी डीलर ने रचा किडनैप का प्लान : अपनी पत्नी को फोन कर मांगी 5 लाख फिरौती, तीन गिरफ्तार

UPT | पुलिस गिरफ्त में अभियुक्त।

Jan 22, 2025 00:13

बरेली से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। कर्ज से छुटकारा पाने के लिए प्रॉपर्टी डीलर ने अपने 9 साथियों के साथ मिलकर किडनैपिंग का खेल....

Bareilly News : बरेली से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। कर्ज से छुटकारा पाने के लिए प्रॉपर्टी डीलर ने अपने 9 साथियों के साथ मिलकर किडनैपिंग का खेल खेला। उसने अपने चचेरे भाई (अंडा कारोबारी) काे बांदा से किडनैप किया। आरोपी ने इसलिए खुद की किडनैपिंग का नाटक रचा, ताकि पुलिस और परिवार के लोगों को शक न हो। इसके बाद प्रॉपर्टी डीलर ने पत्नी को फोन कराकर 5 लाख की फिरौती मांगी। साथ ही चचेरे भाई की टीचर पत्नी को फोन कर 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी। फोन पर फिरौती मांगते समय कहा - रुपये भेज दो, नहीं तो जान से मार देंगे।

पुलिस ने लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज की मदद से 2 कार सवार तीन आरोपियों को भोजीपुरा के पास मुठभेड़ के बाद दबोच लिया। पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर और बांदा के अंडा कारोबारी को बरामद कर लिया। पूछताछ में पता चला कि प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण नहीं हुआ था, बल्कि उसने खुद अपहरण की साजिश रची थी। 

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कार चलाता दिखा अनूप
इस मामले में एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि 19 जनवरी यानी रविवार को बारादरी के पवन विहार में रहने वाली किरन कटियार ने अपने पति अनूप कटियार के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया था। किरन ने बताया था कि उसके मोबाइल पर किसी नंबर से कॉल आया था। फोन करने वाले ने बताया था कि उसके पति का अपहरण हो गया है। उसने पांच लाख रुपये की फिरौती मांगते हुए कहा था कि पैसे भेज दो नहीं तो मार देंगे। अनूप प्रॉपर्टी डीलर का काम करता है। पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर को बरामद करने के लिए उसके मोबाइल की लोकेशन ली। फिर सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू की।

कार चलाता दिखा अनूप 
पुलिस सोमवार की रात हाईवे के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी। इसमें अनूप एक कार चलाता दिखा। इसके बाद पुलिस अलर्ट हो गई। भोजीपुरा थाना क्षेत्र में पुलिस ने दो गाड़ियों को घेर लिया। इसके बाद बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें 3 बदमाशों के पैर में गोली लगी। पुलिस ने दोनों कारों में सवार सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अभी भी तीन आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। 

पुलिस ने कार से अनूप को भी बरामद कर लिया। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से अनूप का अपहरण करने के पीछे वजह पूछी। इस पर चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पता चला, अनूप का अपहरण एक साजिश का हिस्सा था। दरअसल, अनूप ने बांदा में रहने वाले अपने चचेरे भाई का अपहरण किया था। उस केस में वह पकड़ा न जाए, इसलिए खुद के अपहरण की भी साजिश रच डाली।

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बांदा से अंडा कारोबारी का किया अपहरण 
पूछताछ में मास्टरमाइंड अनूप ने बताया कि हरीश मूल रूप से ग्राम पांडेयपुर थाना पाली हरदोई का रहने वाला है। इस समय वह बांदा में अंडा चौक के पास किराए के मकान में रहता है। वह अंडे का थोक व्यापार करता है। उसकी पत्नी सरकारी शिक्षक है। फिलहाल वह सीतापुर में नियुक्त है। हरीश हमेशा अनूप की मदद करता रहता था। उसके यहां उसका आना-जाना रहता था। हरीश ने हाल ही में अनूप को 2 लाख रुपये दिए थे। एक महीने पहले उसने हरीश से 3 लाख रुपये मांगे थे, लेकिन उसने इनकार कर दिया था। उधर, अनूप पर कर्ज था और लोग तकादा कर रहे थे।

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एक महीने पहले आया था पांडेयपुर
अनूप ने बताया कि एक महीने पहले मैं अपने गांव पांडेयपुर आया था। वहीं पर अपहरण की योजना बनाई। इसके बाद अपनी कार से 16 जनवरी को अकेला हरीश के घर बांदा पहुंचा। मेरे साथी वीरू उर्फ वीरपाल की ईको में अंकित उर्फ विनीत कटियार, खुमेंद्र, आकाश और रजत उर्फ उमेश वहां पहुंचे। बांदा में हम लोग एक होटल में रुके। रात करीब 9 बजे मैं हरीश के घर पहुंचा। उसके कमरे पर रुका। मैंने हरीश को चित्रकूट चलने को बोला, लेकिन उसने मना कर दिया। 17 जनवरी की शाम को मैंने हरीश से कहा कि मेरे दोस्त चित्रकूट घूमकर आ रहे हैं। उनसे मिलकर आता हूं। बाहर आकर मैंने दोस्तों को हरीश का घर दिखाने के साथ ही प्लान बताया।

तमंचा लगाया, मुंह में कपड़ा ठूंसा 
रात करीब 1.30 बजे दोस्तों के पहुंचने पर मैंने हरीश के घर का दरवाजा खोल दिया। तमंचा लगाकर हरीश पर कंबल डाल दिया। उसके हाथ-पैर बांधे। फिर उसकी आंख पर पट्‌टी बांधकर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। इसके बाद हरीश को उठाकर कार में डाल लिया। साथ ही तय प्लानिंग के अनुसार मेरा भी अपहरण किया गया। जिससे हरीश को लगे कि मेरा भी अपहरण हुआ है।

हरीश की पत्नी को अनूप पर हुआ शक
इसके बाद सभी लोग बरेली पहुंचे। भुता में गाड़ियों में डीजल डलवाया। रजत ने हरीश से सोने की चेन और अंगूठी छीन ली। इसके बाद शाहजहांपुर से हरदोई रोड पर गए। हरीश जब भी पानी मांगता, तो उसे शराब देते थे ताकि वह नशे में रहे। हम लोग पूरे दिन कार से घूमते रहे। रात होने पर बरेली के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के मियापुर गांव पहुंचे। यहां अंकित के घर पर हरीश कटियार को बंधक बनाकर रखा गया। अंकित की पत्नी लाली सभी के लिए खाने का इंतजाम करती थी। यहां से अंकित ने हरीश कटियार की पत्नी को फोन कर 15 लाख की फिरौती की मांगी। हरीश की पत्नी को अनूप पर शक हुआ, तो उसने बांदा में अनूप के खिलाफ नामजद अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया।

कर्ज उतारने के लिए किया था अपहरण 
अनूप ने बताया  कि पिछले तीन साल पहले मैंने कृष्णानगर थाना बारादरी के रहने वाले रिटायर फौजी देवेंद्र से 5 लाख रुपये कर्ज के रूप में लिए थे। ये रुपये मैंने फर्रुखाबाद में प्रॉपर्टी में लगाए थे, लेकिन मुझे घाटा हो गया था। वहीं, देवेंद्र मुझसे लगातार पैसे मांग रहा था। जिससे मैं बहुत ज्यादा परेशान हो गया था। इस कारण से मैंने हरीश के अपहरण की योजना बनाई।

ज्योति को फोन कर मांगे 15 लाख रुपये 
 हरीश को अंकित के घर पहुंचाने के बाद अनूप राममूर्ति अस्पताल की पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर सो गया। अगले दिन अनूप और अंकित उर्फ विनीत उत्तराखंड के उधमसिंह नगर पहुंचे। यहां अनूप ने अपने फोन से पत्नी ममता को फोन कराया। फोन अंकित ने किया और फिरौती के 5 लाख रुपये मांगे। यहां से हरीश की पत्नी ज्योति को फिर फोन कर 15 लाख रुपये मांगे। इसके बाद फोन बंद कर लिया।

बीच रास्ते में मुठभेड़
हरीश को अंकित के यहां अधिक दिन तक नहीं रख सकते थे। ऐसे में शाहिद की बताई जगह पर हरीश को बंधक बनाकर रखने की योजना बनी। 21 जनवरी की सुबह हम लोग 2 कारों से हरीश को लेने जा रहे थे। इसी बीच रास्ते में ही पुलिस से मुठभेड़ हो गई। इसमें अंकित उर्फ विनीत, शाहिद व वीरु उर्फ वीरपाल को गोली लगी। जबकि खुमेंद्र, ललित और रजत खेतों की तरफ भाग गए। इसके बाद अंकित के घर से हरीश को बरामद किया। यहां से अंकित की पत्नी लाली को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

हरीश की हत्या की थी प्लानिंग 
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि आरोपियों की हरीश को मार डालने की योजना थी। इसके लिए एक बॉक्स भी खरीदा था। आरोपी हरीश का बंधे हुए का वीडियो बनाकर वॉट्सऐप पर भेजकर फिरौती की मांग करते। अगर फिरौती की रकम नहीं मिलती, तो हरीश को मार देते।
 

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