देहदान कर बुजुर्ग ने पेश की मिसाल : बॉडी से पढ़ाई कर डॉक्टर बनेंगे बच्चे, जानिए क्या है पूरा मामला

UPT | देहदान कर बुजुर्ग ने पेश की मिसाल

Oct 11, 2024 18:33

बस्ती में एक रिटायर्ड लेखपाल ने समाज के लिए मिसाल पेश की है। बुजुर्ग ने 4 साल पहले ही अपना शरीर दान कर दिया था। जब उनकी मृत्यु हुई, तो परिवार के लोगों ने बस्ती मेडिकल कॉलेज को सूचना दी।

Short Highlights
  • देहदान कर बुजुर्ग ने पेश की मिसाल
  • बॉडी से पढ़ाई कर डॉक्टर बनेंगे बच्चे
  • परिवार ने दी नम आंखों से विदाई
Basti News : बस्ती में एक रिटायर्ड लेखपाल ने समाज के लिए मिसाल पेश की है। बुजुर्ग ने 4 साल पहले ही अपना शरीर दान कर दिया था। जब उनकी मृत्यु हुई, तो परिवार के लोगों ने बस्ती मेडिकल कॉलेज को सूचना दी। इसके बाद मेडिकल कॉलेज की टीम मौके पर पहुंची और कागजी प्रक्रिया पूरी कर बॉडी अपने साथ ले गई।

अर्जक संघ से जुड़े थे बुजुर्ग
जानकारी के मुताबिक बस्ती के डमुरूआ निवासी जगन्नाथ मौर्य अर्जक संघ से जुड़े थे। उनके बेटे ने बताया कि पिता के रोम-रोम में अर्जक विचारधारा बसी हुई थी। उन्होंने 4 साल पहले अपने साथियों के साथ मेडिकल कॉलेज में जाकर देहदान कर दिया था। बेटे ने कहा कि पिता प्रांतीय समिति के सदस्य रहे थे।



बिना दहेज की थी शादी
जगन्नाथ मौर्ये के बेटे ने बताया कि बाबूजी हमेशा कहा करते थे कि मैं अपने परिवार से किसी को डॉक्टर नहीं बना पाया, लेकिन मेरे मरने के बाद मेरे शरीर से पढ़ाई करके हजारों बच्चे डॉक्टर बनेंगे। उनके बेटे ने कहा कि बाबूजी ने अपना और अपने भाइयों की शादी बिना दहेज और बिना मुहूर्त की थी।

परिवार ने दी नम आंखों से विदाई
जगन्नाथ मौर्य के निधन की सूचना उनके बेटे ने बस्ती मेडिकल कॉलेज को दी थी। इसके बाद डॉ. सौरभ और डॉ. पूजा यादव समेत मेडिकल कॉलेज की एक टीम पहुंची। कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद बॉडी को एंबुलेंस से लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे और विभाग को सौंप दिया। परिवार ने जगन्नाथ मौर्य को नम आंखों से विदाई दी।

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