नर्स के साथ हुए गैंगरेप का मामला : पुलिस ने मुख्य आरोपी का स्केच जारी किया, पीड़िता ने एक की पहचान की, वारदात में शामिल थे चार लोग

UPT | चित्रकूट

Oct 30, 2024 21:18

चित्रकूट जिले के बरगढ़ थाना क्षेत्र में एक नर्स के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने आरोपियों की पहचान के लिए मुख्य आरोपी का स्कैच जारी किया है। यह स्कैच पीड़िता के बयानों के आधार पर तैयार किया गया है।

Chitrakoot News : चित्रकूट जिले के बरगढ़ थाना क्षेत्र में एक नर्स के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने आरोपियों की पहचान के लिए मुख्य आरोपी का स्कैच जारी किया है। यह स्कैच पीड़िता के बयानों के आधार पर तैयार किया गया है, जिसमें उसने बताया कि वह एक आरोपी को पहचानती है, लेकिन उसके नाम या पते के बारे में जानकारी नहीं है। पुलिस ने जनता से आग्रह किया है कि यदि किसी को भी इस स्कैच में दिख रहे व्यक्ति के बारे में जानकारी हो, तो वे मऊ सीओ के नंबर 9454401357, 9305101115 या थानाध्यक्ष के नंबर 9454403204 पर संपर्क कर सकते हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।


थाना प्रभारी निलंबित
इस गंभीर मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में बरगढ़ थाने के प्रभारी राकेश मौर्य को एसपी अरुण कुमार सिंह द्वारा निलंबित कर दिया गया है। जांच के दौरान सामने आया कि थाना प्रभारी ने सीसीटीवी संचालन के बारे में गलत रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी थी। उनके स्थान पर पंकज तिवारी को नए थाना प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया है। घटना के बाद से पुलिस ने मामले की जांच के लिए कई टीमें गठित की हैं, लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

घटना का विवरण
यह दर्दनाक घटना शनिवार की सुबह घटित हुई जब पीड़िता, जो कि एक नर्स है, अस्पताल जा रही थी। रेलवे अंडरपास के पास चार युवकों ने उसे रोका और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने पीड़िता के हाथ बांधकर उसे ट्रैक पर फेंक दिया और वहां से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलने के लगभग एक घंटे बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, जबकि यह दिनदहाड़े एक सार्वजनिक स्थान पर हुई थी।

उच्च अधिकारियों का निरीक्षण
रविवार को प्रयागराज आईजी जोन प्रेम गौतम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और पुलिस को मामले का जल्द से जल्द खुलासा करने के निर्देश दिए। इसके बाद एसपी अरुण कुमार सिंह ने जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया। एसपी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उन्हें कानून के तहत सख्त सजा दिलाई जाएगी।

सुरक्षा उपायों में कमी और सीसीटीवी प्रबंधन में विफलता
थाना प्रभारी की निलंबन की वजहों में सुरक्षा व्यवस्था और सीसीटीवी प्रबंधन में कमी मुख्य रूप से शामिल है। एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि थाना प्रभारी नियमित पेट्रोलिंग करने और गांव के लोगों से समन्वय बनाने में असफल रहे। इसके अतिरिक्त, ऑपरेशन दृष्टि के तहत गांववासियों को सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए प्रोत्साहित करने में भी लापरवाही बरती गई। जांच के दौरान कई सीसीटीवी कैमरे खराब पाए गए, जबकि प्रभारी द्वारा मुख्यालय को इसकी सुचारु रूप से क्रियाशील होने की गलत रिपोर्ट दी गई थी। पुलिस ने जनता से सहयोग की अपील करते हुए इस केस को जल्द सुलझाने का भरोसा दिलाया है। 

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