Gonda News : कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम...

UPT | कर्नलगंज के सरयू नदी पर लोग लगा रहे आस्था की डुबकी।

Nov 15, 2024 11:42

गोंडा जिले में आज कार्तिक पूर्णिमा के पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। जिलेभर में कई नदियों और पोखरों में दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। यह सिलसिला अभी जारी है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर...

Gonda News : गोंडा जिले में आज कार्तिक पूर्णिमा के पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। जिलेभर में कई नदियों और पोखरों में दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। यह सिलसिला अभी जारी है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी या दुर्घटना का सामना न करना पड़े। 

मेले में भी उमड़ी भीड़
इस अवसर पर जिले में कई प्रमुख स्थानों पर मेले का आयोजन भी किया गया। प्रमुख स्थानों में करनैलगंज के सरयू घाट, स्वामी नारायण छपिया मंदिर के पोखरे, धानेपुर के सोनबरसा पोखरे और इटियाथोक के तिर्रेमनोरमा मंदिर के पोखरे शामिल हैं। यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान किया। इसके अलावा जिले के एक दर्जन से अधिक स्थानों पर कार्तिक पूर्णिमा मेले का आयोजन किया गया है, जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है।सुरक्षा व्यवस्था के तहत एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को नदी और पोखरों के किनारे तैनात किया गया है। पुलिस और प्रशासन द्वारा मेले और स्नान स्थलों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा जिले में सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी तरह की अफवाह या विवाद से बचा जा सके। 

क्या कहते हैं एसपी
पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि इस समय गोंडा जिले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। उन्होंने कहा कि लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिलेभर के 17 थानों की पुलिस तैनात की गई है। इसके अलावा, 2 एएसपी, 5 क्षेत्राधिकारी और 2,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। मेले और स्नान के दौरान कोई भी श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के आस्था की डुबकी लगा सके और किसी प्रकार के विवाद से बचा जा सके। गोंडा पुलिस ने यह भी बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से जिले में पूरी सतर्कता बरती जा रही है, ताकि कार्तिक पूर्णिमा का पर्व शांतिपूर्ण ढंग से मनाया जा सके।

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