Gonda News : रेलवे में घूसखोरी का आरोपी सीनियर सेक्शन इंजीनियर सस्पेंड, विभागीय जांच शुरू...

UPT | निलंबित सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार मिश्रा।

Nov 15, 2024 11:21

गोंडा जिले के रेलवे ट्रैक शेड में तैनात सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार मिश्रा को सीबीआई द्वारा रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद पूर्वोत्तर रेलवे के मंडल प्रबंधक आदित्य कुमार ने तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर...

Gonda News : गोंडा जिले के रेलवे ट्रैक शेड में तैनात सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार मिश्रा को सीबीआई द्वारा रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद पूर्वोत्तर रेलवे के मंडल प्रबंधक आदित्य कुमार ने तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया और मामले की विभागीय जांच के आदेश दिए। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आरोपी इंजीनियर के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

जीएम ने बनाई उच्चस्तरीय कमेटी
पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सौम्या माथुर ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक उच्चस्तरीय कमेटी गठित कर जांच के लिए गोंडा रेलवे ट्रैक शेड भेजने के निर्देश दिए हैं। इस जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि विभागीय स्तर पर पहले क्यों कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि आरोपी इंजीनियर के खिलाफ ठेकेदार ने शिकायत की थी। सीबीआई की एंटी करप्शन टीम ने अरुण कुमार मिश्रा को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस कार्रवाई ने पूरे पूर्वोत्तर रेलवे में हड़कंप मचा दिया है, क्योंकि रेलवे प्रशासन द्वारा दो माह से भ्रष्टाचार के खिलाफ सतर्कता अभियान चलाया जा रहा था। 

अफसरों ने काई कदम नहीं उठाया
लखनऊ डिवीजन के मंडल प्रबंधक आदित्य कुमार ने भी बिना किसी भ्रष्टाचार के सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेल पथ का कार्यभार संभालने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में कोई भी भ्रष्टाचार सामने आता है तो सीबीआई से पहले रेलवे विभाग ही कठोर कार्रवाई करेगा। यह मामला तब सामने आया, जब ठेकेदार राहुल तिवारी ने शिकायत की कि अरुण कुमार मिश्रा ने उससे अनुचित रूप से रिश्वत की मांग की थी। ​​शिकायत के बाद जब विभागीय अधिकारियों ने कोई कदम नहीं उठाया गया, तो राहुल तिवारी ने सीबीआई कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। 

कार्रवाई नहीं करना गंभीर चूक
डीआरएम आदित्य कुमार ने कहा कि विभागीय अधिकारियों द्वारा ठेकेदार की शिकायत पर कार्रवाई नहीं करना एक गंभीर चूक है। उन्होंने महाप्रबंधक को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस घटना को पूर्वोत्तर रेलवे की बदनामी के तौर पर देखा है। इस पूरे घटनाक्रम ने रेलवे प्रशासन को यह अहसास दिलाया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए और सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है।

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