हृदय रोगियों को शहर में मिलेगी सुविधा : लाइफलाइन हॉस्पिटल में मैक्स ने खोली ओपीडी, इस दिन उपलब्ध रहेंगे डॉक्टर

UPT | लाइफलाइन हॉस्पिटल में मैक्स ने खोली ओपीडी

Sep 21, 2024 18:13

डॉ. अंकित सिंह, सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट, हर महीने के तीसरे शनिवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक लाइफलाइन अस्पताल में परामर्श देने के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा, 'ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसे सीएडी के जोखिम…

Short Highlights
  • लाइफलाइन हॉस्पिटल में मैक्स ने खोली ओपीडी
  • हर महीने के तीसरे शनिवार को रहेंगे डॉक्टर
  • सीएडी के मामलों में तेजी से वृद्धि
Gonda News : मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ ने गोंडा के लाइफलाइन हॉस्पिटल में हृदय संबंधी बीमारियों के बढ़ते मामलों के मद्देनजर विशेष कार्डियोलॉजी ओपीडी सेवाएं शुरू की हैं। यह पहल विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में 40-50 वर्ष की आयु के व्यक्तियों में कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी) के बढ़ते जोखिम को देखते हुए की गई है।

महीने के तीसरे शनिवार को रहेंगे डॉक्टर
डॉ. अंकित सिंह, सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट, हर महीने के तीसरे शनिवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक लाइफलाइन अस्पताल में परामर्श देने के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा, 'ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसे सीएडी के जोखिम कारक का आमतौर पर निदान नहीं होता। यह पहल इन समस्याओं का समय पर निदान और उपचार सुनिश्चित करने में मदद करेगी।'

सीएडी के मामलों में तेजी से वृद्धि
भारत में हाल के वर्षों में सीएडी के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है, जो मुख्यतः जीवनशैली में बदलावों से जुड़ी है। डॉ. सिंह ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में धूम्रपान और नशीली दवाओं के उपयोग के कारण युवा भी अधिक जोखिम में हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में मध्यम आयु वर्ग के लोग अधिक प्रभावित हो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में धूम्रपान की दर और अन्य हानिकारक आदतें भी अधिक होती हैं। इसलिए, जोखिम कारकों, लक्षणों और प्रारंभिक निदान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना आवश्यक है।

युवा आबादी भी अधिक जोखिम में
डॉ. सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में, सीएडी आमतौर पर 40 से 50 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों को प्रभावित करता है। हालांकि, शहरी क्षेत्रों में धूम्रपान, नशीली दवाओं के उपयोग, मोटापे और अन्य जीवनशैली कारकों की उच्च दरों के कारण युवा आबादी भी अधिक जोखिम में है। गोंडा के निवासियों को अब विशेषज्ञ चिकित्सकों से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त होंगी, जिससे हृदय संबंधी समस्याओं का उचित समाधान किया जा सकेगा।

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