एक्शन के मूड में CBI : एनएचएआई के बड़े अधिकारी के खिलाफ दर्ज की FIR, रिश्वतखोरी का है मामला

UPT | CBI

Jul 04, 2024 15:10

गोरखपुर में नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के एक इंजीनियर पर शिकंजा कसा गया है। सीबीआई ने एनएचएआई के मैनेजर (Technical) वीरेंद्र सिंह के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की है।

Gorakhpur News : सीबीआई ने उत्तर प्रदेश में रिश्वतखोरी के एक नए मामले में कार्रवाई की है। इस बार गोरखपुर में नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के एक इंजीनियर पर शिकंजा कसा गया है। सीबीआई ने एनएचएआई के मैनेजर (Technical) वीरेंद्र सिंह के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की है। यह कार्रवाई रिश्वतखोरी के आरोपों के चलते की गई है। इस मामले ने एक बार फिर सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के मुद्दे को उजागर किया है। सीबीआई की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा है।
  धनंजय राय की शिकायत पर हुई कार्रवाई
सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) ने गोरखपुर में एनएचएआई मैनेजर (तकनीकी) वृजेंद्र सिंह के खिलाफ रिश्वतखोरी का मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई कुशीनगर के व्यवसायी धनंजय राय की शिकायत पर की गई। 1 जुलाई 2024 को राय ने सीबीआई को शिकायत की। सीबीआई ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 4 जुलाई 2024 को पीसी एक्ट 1988 के तहत मामला दर्ज किया। इसके बाद सीबीआई की टीम गोरखपुर एनएचएआई कार्यालय पहुंची और जांच शुरू की।



राय ने लगाया गंभीर आरोप 
राय ने आरोप लगाया कि सिंह ने उनके पेट्रोल पंप के लिए एनओसी जारी करने में डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। राय को तमकुहीराज में आईओसीएल पेट्रोल पंप की स्वीकृति 3 जुलाई 2023 को मिली थी। दिसंबर में एनएचएआई से एनओसी के लिए आवेदन किया गया, लेकिन सिंह द्वारा इसमें विलंब किया जा रहा था।

ये भी पढ़ें : हाथरस सत्संग हादसा : जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में याचिका दायर, संसद में उठा मामला

लगातार गिरफ्तार हो रहे NHAI के अधिकारी
एनएचएआई के अधिकारियों पर सीबीआई की नजर लगातार बनी हुई है। पिछले डेढ़ वर्षों में रिश्वतखोरी के आरोप में कुल आठ एनएचएआई अधिकारी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इस वर्ष मार्च में, मध्य प्रदेश से दो वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया - भोपाल के प्रोजेक्ट डायरेक्टर और डिप्टी जेनरल मैनेजर राजेंद्र कुमार गुप्ता तथा विदिशा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर हेमंत कुमार। ये गिरफ्तारियां एनएचएआई में व्याप्त भ्रष्टाचार की गंभीरता को दर्शाती हैं और सीबीआई की भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम की निरंतरता को प्रदर्शित करती हैं।

ये भी पढ़ें : Radha Rani Controversy : क्या है राधारानी विवाद? जिसे लेकर प्रेमानंद महाराज ने प्रदीप मिश्रा को दी माफी मांगने की सलाह...

Also Read