महराजगंज में पांच उपकेंद्रों की बढ़ेगी क्षमता : उपभोक्ताओं को मिलेगी बेहतर बिजली आपूर्ति

UPT | Power Sub-Stations

Jan 10, 2025 11:34

महराजगंज जिले के बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर आई है। जिले के पांच प्रमुख विद्युत उपकेंद्रों की क्षमता बढ़ाई जाएगी, जिससे ओवरलोड, लो वोल्टेज और लोकल फॉल्ट जैसी समस्याओं से निजात मिलेगी। इस सुधारात्मक कदम से उपभोक्ताओं को नियमित, उच्च गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति मिलेगी, और उनकी बिजली संबंधी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी।

Maharajganj News : महराजगंज जिले के बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है। ओवरलोड की समस्या से जूझ रहे पांच विद्युत उपकेंद्रों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। इसके लिए इन केंद्रों को बिजनेस प्लान में शामिल किया गया है। बिजली विभाग की ओर से इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इसके निर्माण से लोगों को बिजली की बेहतर आपूर्ति मिलेगी और लो वोल्टेज व बार-बार होने वाली लोकल फाल्ट की समस्या से निजात मिल सकेगी।

लो वोल्टेज से होने वाली समस्याएं  
जिले के साढ़े चार लाख उपभोक्ताओं को 30 विद्युत उपकेंद्रों के माध्यम से बिजली आपूर्ति की जाती है। ऐसे में कई उपकेंद्रों पर ओवरलोड का खतरा मंडराता रहता है। जिसके चलते सर्दी हो या गर्मी, लो वोल्टेज और लोकल फॉल्ट की समस्या हमेशा बनी रहती है। ऐसे में लोगों को घंटों बिजली की समस्या से दो-चार होना पड़ता है। लो वोल्टेज के कारण इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बेकार साबित होने लगते हैं।

चिन्हित उपकेंद्रों की सूची  
इस समस्या के समाधान के लिए बिजली विभाग ने फिलहाल पांच विद्युत उपकेंद्रों को चिन्हित किया है। इसमें महराजगंज के चेहरी, नौतनवा क्षेत्र के नौतनवा ग्रामीण, अड्डा बाजार, लक्ष्मीपुर, और निचलौल डिविजन के निचलौल ग्रामीण उपकेंद्रों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। चेहरी, नौतनवा ग्रामीण, अड्डा बाजार व लक्ष्मीपुर पर उपकेंद्र पर प्रत्येक पर 95-95 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। जबकि निचलौल ग्रामीण पर 65 लाख रुपये व्यय किए जाएंगे।

उपभोक्ताओं को होगा लाभ  
विद्युत वितरण मंडल के अधीक्षण अभियंता वाईपी सिंह ने बताया कि बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए शासन की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जनपद में काफी हद तक कार्य कराए भी गए हैं। इसी कड़ी में पांच विद्युत उपकेंद्रों की क्षमता बढ़ाने के लिए बिजनेस प्लान में शामिल कर लिया गया है। प्रस्ताव स्वीकृत होते ही निर्माण कार्य कराया जाएगा। इस उपकेंद्रों से करीब 80-90 हजार उपभोक्ता सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे। ओवरलोड व फाल्ट की समस्या समाप्त होगी और उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। 

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