UP Chunav Results 2024 : भाजपा के कब्जे से छूटी बुंदेलखंड, जानिए यहां कैसे सपा ने चलाई अपनी साइकिल

UPT | अखिलेश यादव।

Jun 06, 2024 00:18

भाजपा के पास बस झांसी ही रह पाया। यहां पर सपा दस साल बाद जीत दर्ज करा पाई है। भाजपा ने बुंदेलखंड की चारों सीटों पर निवर्तमान सांसदों पर दांव लगाया था...

Bundelkhand News : भाजपा के कब्जे वाली बुंदेलखंड को सपा ने अब अपने कब्जे में ले लिया है। यहां की चार में से तीन सीटों पर सपा ने अपना कब्जा जमा लिया है। भाजपा के पास बस झांसी ही रह पाया। यहां पर सपा दस साल बाद जीत दर्ज करा पाई है। भाजपा ने बुंदेलखंड की चारों सीटों पर निवर्तमान सांसदों पर दांव लगाया था।

बांदा- यहां ब्राह्मणों की नाराजगी भाजपा पर भारी पड़ी। भाजपा सांसद आरके पटेल करीब 71 हजार वोट से सपा की कृष्णा पटेल से हार गए। कृष्णा को करीब 39 फीसदी और आरके पटेल को करीब 32.12 फीसदी वोट मिला। बसपा के मयंक द्विवेदी को करीब 23.53 फीसदी वोट मिले। यहां भाजपा से नाराज ब्राह्मणों ने बसपा की ओर कदम बढ़ाया, जो हार की वजह बना। साल 2019 में भाजपा को 46.18 फीसदी और सपा- बसपा को 40.49, कांग्रेस को 7.29 फीसदी वोट मिला था।

जालौन-केंद्रीय  वित्त मंत्री राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा करीब 53 हजार वोट से सपा के नारायण दास अहिरवार से हार गए हैं। वर्मा को करीब 42.19 फीसदी और अहिरवार को करीब 46.96 फीसदी वोट मिला। साल 2019 में भाजपा को 51.45 फीसदी,बसपा को 37.44 और कांग्रेस को 7.92 फीसदी वोट मिला था। ऐन मौके पर पाला बदल कर भाजपा में जाने वाले सपा के कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी भी कोई करिश्मा नहीं दिखा पाए।

हमीरपुर- दो बार से लगातार सांसद रहे पुष्पेंद्र सिंह चंदेल करीब 2630 वोट से चुनाव हार गए। यहां सपा के अजेंद्र सिंह लोधी को 44 फीसदी बीजेपी को 43.76 फीसदी वोट मिला। साल 2019 में भाजपा को 52.77 बसपा को 29.95 और कांग्रेस को 10.51 फीसदी वोट मिला था। यहां लोधी वोट बैंक हमेशा भाजपा के साथ रहा है, लेकिन इस बार यह सपा के पक्ष में गोलबंद हुआ, जो भाजपा की हार का कारण बना।

झांसी- यहां बीजेपी के निवर्तमान सांसद अनुराग शर्मा लगभग एक लाख से अधिक वोट से चुनाव जीते हैं। उन्हें करीब 50 प्रतिशत वोट मिला। कांग्रेस के प्रदीप जैन को करीब 42 फीसदी और बसपा के रवि प्रकाश को 4.58 फीसदी वोट मिला। बता दें इस बार दलित वोट भाजपा से छिटक कर कांग्रेस के खेमे में चला गया है, जिससे भाजपा के वोट बैंक में गिरावट आई है। साल 2019 में भाजपा को 58.61 और सपा-बसपा को 32.12 और कांग्रेस को 6.24 फीसदी वोट मिला था।

बुंदेलखंड की राजनीति के जानकारों का मानना है कि बुंदेलखंड अभावग्रस्त इलाका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यहां के लोगों ने बहुत सपना देखा, जो तात्कालिक तौर पर पूरा नहीं हो पाया। सड़कें तो बनीं,लेकिन पानी, रोजगार और स्वास्थ्य की दिशा में जितना काम होना चाहिए, वह नहीं हो पाया है। दूसरी तरफ संविधान बचाने और जातीय गोलबंदी का मुद्दा भी तेजी से उछाला गया, यही वजह है कि भाजपा के वोट बैंक में बिखराव हुआ।

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