Bundelkhand University : होमा थेरेपी के साथ मिलकर कृषि, पर्यावरण और स्वास्थ्य में सुधार लाएगा

सोशल मीडिया | बुंदेलखंड विश्वविद्यालय और होमा थेरेपी के बारे में जानकारी देते हुए।

Mar 12, 2024 19:03

बुंदेलखंड विश्वविद्यालय होमा थेरेपी के साथ मिलकर कृषि, पर्यावरण, वनस्पति विज्ञान और माइक्रोबायोलॉजी में अंतरराष्ट्रीय शोध को बढ़ावा…

Short Highlights
  • स्नातकोत्तर और शोध छात्रों को अंतरराष्ट्रीय शोध करने और उन्हें प्रकाशित करने के लिए प्रोत्साहन
  • अच्छे शोध करने वाले छात्रों को प्रोत्साहन राशि
  • भविष्य में अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

Jhansi News : बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी और जर्मनी की एसोसिएशन ऑफ होमा थेरेपी के बीच एक महत्वपूर्ण अनुबंध हुआ है, जो कृषि, पर्यावरण, वनस्पति विज्ञान और माइक्रोबायोलॉजी विषयों में अंतरराष्ट्रीय शोध को बढ़ावा देगा। यह अनुबंध दोनों संस्थानों के बीच सहयोग को मजबूत करेगा और छात्रों और शोधकर्ताओं को इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अत्याधुनिक अनुसंधान करने का अवसर प्रदान करेगा।

अनुबंध पर हस्ताक्षर
अनुबंध पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश पाण्डेय और एसोसिएशन ऑफ होमा थेरेपी के अध्यक्ष डॉ उलरिच बर्क ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव विनय कुमार सिंह, वित्त अधिकारी वसी मोहम्मद, डॉ ऋषि सक्सैना और अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

अनुबंध का उद्देश्य
इस अनुबंध का मुख्य उद्देश्य कृषि, पर्यावरण, वनस्पति विज्ञान और माइक्रोबायोलॉजी विषयों में अंतरराष्ट्रीय शोध को बढ़ावा देना है। इसके तहत, विश्वविद्यालय और एसोसिएशन ऑफ होमा थेरेपी निम्नलिखित गतिविधियों में सहयोग करेंगे।

संयुक्त अनुसंधान परियोजनाएं
दोनों संस्थान कृषि, पर्यावरण, वनस्पति विज्ञान और माइक्रोबायोलॉजी विषयों में संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं पर काम करेंगे। छात्रों और शिक्षकों को दोनों संस्थानों के बीच आदान-प्रदान कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिलेगा। दोनों संस्थान कृषि, पर्यावरण, वनस्पति विज्ञान और माइक्रोबायोलॉजी विषयों पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित करेंगे।

प्रकाशन और ज्ञान साझाकरण
दोनों संस्थान अनुसंधान पत्रों और अन्य प्रकाशनों को साझा करेंगे और ज्ञान साझा करने के लिए अन्य पहलू में सहयोग करेंगे। यह अनुबंध बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, एसोसिएशन ऑफ होमा थेरेपी और भारत और जर्मनी के लिए कई लाभ प्रदान करेगा। यह अनुबंध छात्रों और शोधकर्ताओं को कृषि, पर्यावरण, वनस्पति विज्ञान और माइक्रोबायोलॉजी विषयों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोध करने का अवसर प्रदान करेगा। यह अनुबंध बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा को बढ़ाएगा और इसे कृषि, पर्यावरण, वनस्पति विज्ञान और माइक्रोबायोलॉजी विषयों में एक प्रमुख अनुसंधान केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा। यह अनुबंध भारत को कृषि, पर्यावरण, वनस्पति विज्ञान और माइक्रोबायोलॉजी विषयों में अत्याधुनिक अनुसंधान में एक वैश्विक नेता बनने में मदद करेगा।

अंतरराष्ट्रीय शोध को बढ़ावा देना 
यह अनुबंध बुंदेलखंड विश्वविद्यालय और एसोसिएशन ऑफ होमा थेरेपी के बीच एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अनुबंध कृषि, पर्यावरण, वनस्पति विज्ञान और माइक्रोबायोलॉजी विषयों में अंतरराष्ट्रीय शोध को बढ़ावा देगा और छात्रों और शोधकर्ताओं को इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अत्याधुनिक अनुसंधान करने का अवसर प्रदान करेगा।

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