झांसी में साइबर ठगी : बैंक मैनेजर के पिता को 'डिजिटल अरेस्ट' कर 15 लाख रुपये लूटे

सोशल मीडिया | झांसी में साइबर ठगी

Jan 05, 2025 08:05

झांसी में साइबर ठगी का नया मामला आया है। यहां बैंक मैनेजर के पिता को सीबीआई अधिकारी बनकर ठगों ने 'डिजिटल अरेस्ट' कर 15 लाख रुपये लूटे। पूरी खबर पढ़ें।

Jhansi News : साइबर अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। ताजा मामला झांसी से सामने आया है, जहां ठगों ने एक बैंक मैनेजर के पिता को 'डिजिटल अरेस्ट' कर 15 लाख रुपये की ठगी को अंजाम दिया। ठगों ने सीबीआई अधिकारी बनकर पीड़ित को वीडियो कॉल किया और मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी।

कैसे दिया ठगी को अंजाम?
मोंठ के पाडरी गांव के रहने वाले रघुवीर सिंह एक बड़े जमींदार हैं। उनके बेटे मध्य प्रदेश में एक बैंक शाखा के प्रबंधक हैं। पुलिस को दी गई शिकायत में रघुवीर सिंह ने बताया कि 12 दिसंबर की सुबह उन्हें तीन अलग-अलग नंबरों से कॉल आईं। इसके बाद उन्हें व्हाट्सएप पर एक वीडियो कॉल आया। कॉल उठाने पर उन्हें एक व्यक्ति ऑफिस में बैठा दिखाई दिया, बैकग्राउंड में सायरन की आवाज भी आ रही थी।

उस व्यक्ति ने खुद को मुंबई से सीबीआई अधिकारी आदित्य राठौर बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में एफआईआर दर्ज है और उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट भी जारी हो गया है। उसने पीड़ित को एक फर्जी नोटिस भी भेजा। इसके बाद, ठग ने उन्हें पूछताछ पूरी होने तक घर से बाहर न निकलने की धमकी दी, यानि एक तरह से उन्हें 'डिजिटल अरेस्ट' कर लिया।

धमकी और वसूली
फर्जी सीबीआई अधिकारी ने कुछ देर बाद मामले को 'निपटाने' की पेशकश की। उसने रघुवीर सिंह को किसी बाहरी व्यक्ति से बात करने पर गिरफ्तारी की धमकी दी। डरे हुए रघुवीर सिंह उसकी बातों में आ गए। साइबर ठग ने डरा-धमकाकर उनसे 15 लाख रुपये वसूल लिए, जो उन्होंने अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिए।
रघुवीर सिंह डरे-सहमे घर में ही रहे। जब परिजनों ने उनसे पूछताछ की, तब उन्होंने पूरी बात बताई। यह सुनकर परिजन हैरान रह गए।

पुलिस की कार्रवाई
साइबर थाना प्रभारी रविंद्रनाथ यादव ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले की छानबीन की जा रही है।
 

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