बीजेपी का दावा कानपुर में सवा सौ मंदिरों पर कब्जा : सीसामऊ उपचुनाव में उठा था मुद्दा, अवैध निर्माण में दब गए मंदिर

UPT | कानपुर घंटाघर

Dec 18, 2024 19:57

कानपुर में बीजेपी द्वारा सवा सौ मंदिरों पर कथित कब्जे का मुद्दा राजनीतिक और धार्मिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। यह मामला तब चर्चा में आया जब सीसामऊ उपचुनाव के दौरान इसे जोर-शोर से उठाया गया। आरोप है कि इन मंदिरों पर अवैध निर्माण के चलते कब्जा कर लिया गया है और इन्हें सही तरीके से संरक्षित नहीं किया गया।

Short Highlights
  • बीजेपी का दावा-कानपुर में 125 मंदिरों पर है कब्जा
  • नगर निगम ने बनाई सवा सौ मंदिरों की सूची
  • सीसामऊ उपचुनाव में बीजेपी ने यह मुद्दा उछाला था
Kanpur News : यूपी के कानपुर में मंदिरों पर अवैध कब्जे का मुद्दा एक बार फिर से चर्चा में है। संभल की तर्ज पर बीजेपी ने कानपुर में 125 मंदिरों पर कब्जे में होने का दावा किया है। इन मंदिरों के आसपास निर्माण कर इन्हे छिपा दिया गया है। सीसामऊ उपचुनाव में मंदिरों पर कब्जे का मुद्दा खूब उछला था। चमनगंज, कर्नलगंज, बेकनगंज समेत कई क्षेत्रों में मंदिर कब्जे की वजह से जर्जर स्थित में पहुंच गए हैं।

बाबा बिरयानी के शत्रु संपत्ति मामले में 2022 के बाद घनी मुस्लिम आबादी में कई मंदिर कब्जे में मिले थे। उस समय महापौर प्रमिला पांडेय ने डॉ बेरी का चौराहा बेकनगंज में रामजानकी मंदिर जाकर स्थिति देखी थी। इसके बाद इन क्षेत्रों में मंदिरों में कब्जे की बात मुखर हुई थी। सीसामऊ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान बीजेपी ने इस मुद्दे को लगातार हवा दी थी।

रामजानकी मंदिर का ट्रस्टी 
कानपुर-बुंदेलखंड के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल से लेकर और बड़े नेताओं ने इस मामले को उठाया था। वर्ष 1948 में रामजानकी मंदिर का ट्रस्टी मौला बख्स के बनने से यह शत्रु संपत्ति में आ गया था। जबकि इस मंदिर की व्यवस्था 1927 से भगवानदीन संभाल रहे थे। इसमें उस समय रहने वाले लोगों की 18 दुकाने भी थीं, जो बाद में पलायन कर गए। 

प्रमुख मंदिर 
इसी तरह कर्नलगंज में बदरअली इमाम चौक से छठवीं संपत्ति शिव मंदिर की है। गुंबदनुमा मंदिर के अवशेष को देखकर सहज़ अंदाजा लगाया जा सकता है। बेकनगंज में डॉ बेरी चौराहा से दादामियां चौराहा की ओर जाने वाली रेडीमेड मार्केट में भी क्षेत्रीय लोगों ने दो मंदिरों की जानकारी दी है। यह दोनों मंदिर जीर्ण-शीर्ण स्थिति में हैं। जिसमें चमनगंज का गौरीशंकर मंदिर भी है।

125 मंदिरों की सूची 
भूमाफिया मुख्तार बाबा ने संपत्ति को कोठी बताकर अपनी बेटी नाज आयशा के नाम पर रजिस्ट्री करा ली। सितंबर 2019 में उदय शंकर निगम ने डीएम से मिलकर इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। ऐसे में बीजेपी का दावा है कि उनके पास इन सभी मोहल्लों में 125 मंदिर ऐसे हैं, जो किसी ना किसी के कब्जे में हैं। इसकी सूची भी नगर निगम से तैयारी कराई गई है।

Also Read