Sisamau By-Election Result: हिंदू वोटों के बंटवारे से हारी बीजेपी... सीसामऊ में नहीं दिखा बंटेंगे तो कटेंगे नारे का असर

UPT | बीजेपी-सपा

Nov 24, 2024 16:45

कानपुर की सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के बंटेंगे तो कटेंगे नारे का असर देखने को नहीं मिला है। सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी को मुस्लिम वोटरों के साथ ही बड़ी संख्या में हिंदू मतदाताओं का भी समर्थन मिला हैं। यह हम नहीं बूथों पर पड़ने वाले आंकड़े बता रहे हैं।

Short Highlights
  • सपा प्रत्याशी को मुस्लिम वोटरों के साथ ही हिंदू मतदाताओं का भी वोट मिला।
  • हिंदू वोटरों को एक जुट करने के लिए बीजेपी ने बंटेंगे तो कटेंगे नारे का इस्तेमाल किया।
  • पुलिस के वोट नहीं डालने देने की वायरल सूचनाओं की वजह से बीजेपी का परंपरागत वोटर बाहर नहीं निकला।
Kanpur News: कानपुर की सीसामऊ सीट पर नसीम सोलंकी की जीत से सपाइयों में खुशी की लहर है। वहीं, बीजेपी हार की वजह से तलाशने में जुट गई है। बीजेपी की हार की वजह हिंदू वोटों का बंटवारा माना जा रहा है। जिसे बीजेपी बंटेंगे तो काटेंगे नारे से जरिए रोकने की कोशिश में लगी थी। उसका यह नारा सीसामऊ में बेअसर साबित हुआ। इसके पीछे यह भी माना जा रहा है कि टिकट की घोषणा के वक्त पर बीजेपी से दलित बिरादरी से आने वाले पूर्व विधायक राकेश सोनकर के अचानक चर्चा में आ जाने से दलितों के वोट बैंक पर असर पड़ा है।

समाजवादी पार्टी मुस्लिम वोटरों को अपने पक्ष में करने के साथ ही हिंदू क्षेत्रों के हर बूथ पर बीजेपी से बराबरी की लड़ाई में रही। सीसामऊ क्षेत्र के 60 हजार दलित वोटरों में से 30 हजार मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि दोनों पार्टियों के बीच उनका मत बराबरी में बंट गया। बीजेपी ने दलित वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए जिस रणनीति पर काम किया, उसका क्षेत्र में विशेष असर नहीं हुआ।

पुलिस के वोट डालने से रोकने की सूचनाएं वायरल 
सीसामऊ में वोटिंग के दौरान जगह-जगह से सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली उन सूचनाओं का भी बड़ा असर पड़ा। जिनमें बताया जा रहा था कि पुलिस प्रशासन वोट डालने से कैसे रोक रहा है। इससे उपचुनाव में मुस्लिम क्षेत्र के मतदाता एकजुट होकर मतदान करने पहुंचे। जिससे नसीम सोलंकी का पक्ष मजबूत होता चला गया। पुलिस के मतदाताओं के रोकने वायरल सूचनाओं से बीजेपी का परंपरागत वोटर घरों से बाहर नहीं निकला।

बीजेपी की योजना कारगर साबित नहीं हुई
सीसामऊ में बीजेपी ने जिस तरह से घर-घर से वोटरों बाहर निकल कर बूथ तक ले जाने की योजनाओं बनाई थी। वह पूरी तरह से कारगर साबित नहीं हो पाई। जिसकी वजह यह रही कि कार्यकर्ता मतदाताओं को घर से बूथ तक ले जाने में कामयाब नहीं हो सके। क्षेत्र में ऐसे मोहल्ले और गलियां भी रहीं जहां प्रचार तो जमकर हुआ, लेकिन वोटर घरों से नहीं निकले। वहीं, सपा प्रत्याशी की भावनात्मक छवि से उन्हें बस्तियों के आलावा सिख, सिंधी, पंजाबी, पिछड़ा, वैश्य समेत सभी वर्गों का वोट मिला।

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