लोकसभा स्पीकर ओम बिरला बोले: हिंदी देश की आत्मा-एकता-अखंडता का प्रतीक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों-कवियों ने बढ़ाया मान

UPT | ओम बिरला

Dec 16, 2024 07:20

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इटावा में आयोजित एक कार्यक्रम में हिंदी भाषा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हिंदी देश की आत्मा है और हमारी एकता और अखंडता का प्रतीक है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और कवियों ने हिंदी का मान बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।

Etawah News: यूपी के इटावा में हिंदी सेवा निधि के 32वें सारस्वत समारोह का आयोजन संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने कहा कि भाषा राष्ट्र की पहचान होती है। देश की एकता और विविधताओं को जोड़ने में भाषा का विशेष महत्व है। देश की एकता और अखंडता बनाए रखने में हिंदी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसी वजह से हिंदी को देश की आत्मा के रूप में पहचान मिली है।

इटावा हिंदी सेवा निधि के 32वें सारस्वत समारोह में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि हिंदी को आगे बढ़ाने में क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और वरिष्ठ कवियों ने सराहनीय कार्य किए हैं। आने वाली पीढ़ियों को भी इसे बढ़ाने का कार्य करना चाहिए। गुलामी वाली भाषाओं का उपयोग निराशाजनक है। संविधान का जब निर्माण हुआ तो देश में अलग-अलग भाषा बोली जाती थी। इस लिए भी हिंदी को देश की आत्मा कहा जाता है।

हिंदी में द्वीपक्षीय वार्ता 
लोकसभा स्पीकर ने कहा कि प्रधानमंत्री भी अंतरराष्ट्रीय मंचों हिंदी भाषा का प्रयोग करते हैं। विदेशों में जब द्विपक्षीय वार्ता होती है तो अन्य देशों के प्रतिनिधि भी अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में बात करते हैं। ऐसा नहीं हैं कि उन्हें अंग्रेजी नहीं आती है। क्षेत्रीय भाषा में इस लिए बोलते हैं कि आमजन तक उनकी भाषा आसानी से पहुंचती है। उन्होंने कहा कि अब समय बदल गया है। देश की संसद से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक 22 भाषाओं में रूपांतरण किया जा रहा है।

4000 फैसले हिंदी में लिखे 
लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि इलाहबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति प्रेम शंकर गुप्ता इतने बड़े संवैधानिक पद पर होने के बावजूद भी हिंदी को बढ़ाने के लिए जीवनभर काम किया। उन्होंने बिना स्टेनो के 4000 हजार फैसले हिंदी में लिखे थे। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। सपा संसद जितेंद्र दोहरे ने साल पहनाकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति सुधांसु धुलिया ने शिरकत की।

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