फर्रुखाबाद में एक रिटायर्ड डॉक्टर पेंशन के लिए दर-दर भटकने की घटना ने सरकारी तंत्र की खामियों को उजागर किया है। डॉक्टर को अपने जीवित होने का प्रमाण देने के लिए सीएमओ कार्यालय में दंडवत होकर गुहार लगानी पड़ी, क्योंकि सरकारी पोर्टल पर उन्हें "मृत" दिखाया गया था।