Kanpur News : स्टाफ नर्स ने कराया दुष्कर्म पीड़िता का प्रसव, बच्चे ने तोड़ा दम, CHC तीन साल से महिला डॉक्टर की तैनाती नहीं

UPT | काल्पनिक तस्वीर

Mar 21, 2024 09:53

कानपुर देहात में गर्भवती दुष्कर्म पीड़िता की हालत बिगड़ गई। प्रसव के दौरान उसके नवजात बच्चे की मौत हो गई। दरअसल सीएचसी में महिला डॉक्टर की तैनाती नहीं होने की वजह से स्टाफ नर्स ने प्रसव कराया था। सीएचसी में तीन साल से महिला डॉक्टर की तैनाती नहीं हुई है।

Kanpur News: यूपी के कानपुर से एक हैरान करने वाली घटना प्रकाश में आई है। प्रसव पीड़ा से गर्भवती दुष्कर्म पीड़िता की हालत बिगड़ गई। परिजन किसी तरह से पीड़िता को एंबुलेंस से लेकर सीएचसी अस्पताल पहुंचे। सीएचसी के मेटरनिटी विंग में महिला डॉक्टर के अभाव में स्टाफ नर्स ने प्रसव कराया। इस दौरान नवजात बच्चे की मौत हो गई। यदि समय पर प्रसव नहीं कराया जाता, तो पीड़िता की हालत गंभीर हो सकती थी।

रसूलाबाद क्षेत्र की एक युवती से भोलापुरवा गांव निवासी अनिल कुमार ने दुष्कर्म किया था। पीड़िता ने दिसंबर महीने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उसने पुलिस को बताया था कि वह पांच महीने की गर्भवती है। पीड़िता को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन रसूलाबाद सीएचसी एंबुलेंस से लेकर जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में उसकी तबीयत बिगड़ गई।

तीन साल से नहीं हुई तैनाती
सीएचसी पहुंचने पर पता चला कि स्त्री एंव प्रसूति रोग विशेषज्ञ नहीं है। इसपर स्टाफ नर्स अनुराधा और निशा ने पीड़िता का प्रसव कराया। लेकिन प्रसव के दौरान नवजात बच्चे की मौत हो गई। सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात है कि सीएचसी में तीन साल से स्त्री एंव प्रसूति रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं है।

शासन को लिखा गया पत्र
ईएमओ डॉ ब्रजेश कुमार ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता के डिलीवरी के दौरान नवजात बच्चे की मौत हो गई है। इसी सूचना पुलिस को दी गई है। समय से पहले नवजात का जन्म हुआ है। जिसकी वजह से बच्चा कमजोर था। इस लिए उसकी मौत हो गई। सीएमओ ने सीएचसी में महिला डॉक्टर की तैनाती के लिए शासन को पत्र लिखा है।
 

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