कानपुर मेट्रो परियोजना : स्वदेशी कॉटन मिल से कानपुर सेंट्रल तक 'विद्यार्थी' टीबीएम मशीन ने शुरू की टनल निर्माण

UPT | विद्यार्थी टीबीएम मशीन

Sep 24, 2024 01:30

कानपुर मेट्रो रेल परियोजना निर्माण के अंतर्गत लगातार तेजी से कार्य किया जा रहा है।इसी क्रम में अब कॉरिडोर-1 (आईआईटी - नौबस्ता) के अंतर्गत स्वदेशी कॉटन मिल से कानपुर सेंट्रल तक लगभग 2.40 किमी लंबे स्ट्रेच के ‘डाउनलाइन‘ पर टनल निर्माण के लिए ‘विद्यार्थी‘ टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम मशीन) को लॉन्च कर दिया गया।

Kanpur News : कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के तहत कॉरिडोर-1 (आईआईटी-नौबस्ता) में निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में स्वदेशी कॉटन मिल से कानपुर सेंट्रल तक लगभग 2.40 किलोमीटर लंबे स्ट्रेच के 'डाउनलाइन' पर टनल निर्माण के लिए 'विद्यार्थी' टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) को लॉन्च किया गया है। इस स्ट्रेच के 'अप-लाइन' पर 'आजाद' टीबीएम मशीन पहले से ही काम कर रही थी। अब 'विद्यार्थी' मशीन के शुरू होने के बाद दोनों टनल (अप-लाइन और डाउनलाइन) का निर्माण साथ-साथ किया जाएगा।

दोनों टनल का निर्माण
कुछ दिन पहले 'विद्यार्थी' टीबीएम मशीन के मिडिल शील्ड, फ्रंट शील्ड, टेल शील्ड, और कटर हेड जैसे हिस्सों को स्वदेशी कॉटन मिल के पास स्थित लॉन्चिंग शाफ्ट में स्थापित किया गया। इसके बाद सभी यांत्रिक घटकों को जोड़कर, मशीन को कानपुर सेंट्रल की दिशा में लॉन्च कर दिया गया। 'आजाद' मशीन पहले ही अप-लाइन टनल पर अपने प्रारंभिक ड्राइव को पूरा कर चुकी है और अब इसका मुख्य ड्राइव शुरू हो गया है।

ये है रुट
इस 2.40 किलोमीटर लंबे अंडरग्राउंड स्ट्रेच में झकरकटी और ट्रांसपोर्ट नगर जैसे प्रमुख स्टेशन आते हैं। मेट्रो की टनल इन स्टेशनों से गुजरते हुए कानपुर सेंट्रल तक पहुंचेगी। कॉरिडोर-1 के इस हिस्से के पूरा होने के बाद, मेट्रो ट्रेनें इस टनल के माध्यम से रैंप से एलिवेटेड रूट पर आकर नौबस्ता तक जाएंगी। 



यूपीएमआरसी का बयान
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने इस अवसर पर कहा कि कानपुर मेट्रो टीम ने शहर के सबसे व्यस्त इलाकों के नीचे टनल निर्माण की चुनौती को सफलतापूर्वक पूरा किया है। उन्होंने बताया कि मेट्रो निर्माण में केवल ढांचागत कार्य ही नहीं बल्कि स्थानीय लोगों और अधिकारियों के साथ सामंजस्य बिठाना भी एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के दौरान कई बार योजनाओं और डिजाइन्स में बदलाव करने पड़े, जिससे पेयजल, बिजली और सड़क जैसी जरूरी सुविधाओं पर असर न पड़े। 

प्रगति पर परियोजना
वर्तमान में, कानपुर मेट्रो के लगभग 24 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर-1 में 9 किलोमीटर के प्रायोरिटी कॉरिडोर (आईआईटी-मोतीझील) पर यात्री सेवाएं संचालित हो रही हैं। साथ ही, चुन्नीगंज-नयागंज और कानपुर सेंट्रल-ट्रांसपोर्ट नगर भूमिगत सेक्शन का निर्माण भी तेजी से जारी है। कॉरिडोर-2 (सीएसए-बर्रा 8) पर भी काम तेजी से हो रहा है। 

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