इटावा में 25 करोड़ रुपये का बैंक घोटाला : बैंक मैनेजर की पत्नी और मां समेत चार गिरफ्तार

UPT | पुलिस की गिरफ्त में आरोपी।

Sep 22, 2024 20:59

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में एक बड़े बैंक घोटाले का मामला सामने आया है, जहां जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक अखिलेश चतुर्वेदी पर 25 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप लगा है। पुलिस ने अखिलेश की पत्नी और मां समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

Short Highlights
  • पुलिस ने आरोपी पत्नी और मां समेत चार लोगों को किया गिरफ्तार
  • पुलिस की जांच पड़ताल में हुआ खुलासा
Etawah News : उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में एक बड़े बैंक घोटाले का मामला सामने आया है, जहां जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक अखिलेश चतुर्वेदी पर 25 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप लगा है। पुलिस ने अखिलेश की पत्नी और मां समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें अखिलेश के पिता भी शामिल हैं। आरोप है कि अखिलेश ने अपने परिजनों के खातों में 25 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।

इटावा बैंक घोटाले में चार गिरफ्तार
इस घोटाले में बैंक मैनेजर अखिलेश चतुर्वेदी की पत्नी, मां और पिता भी शामिल हैं। इटावा के एसएसपी संजय कुमार ने बताया कि यह मामला 16 जुलाई को कोतवाली थाने में दर्ज किया गया था। जांच के दौरान यह सामने आया कि निलंबित शाखा प्रबंधक अखिलेश चतुर्वेदी ने अपने पिता शैलेंद्र चतुर्वेदी, मां उषा चतुर्वेदी, पत्नी मालती चतुर्वेदी और ज्वेलर्स उज्जवल पोरवाल के खाते में बड़ी रकम जमा की थी, जिसके आधार पर इन चारों की गिरफ्तारी की गई है।

पुलिस की जांच पड़ताल में हुआ खुलासा
पुलिस जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक अखिलेश चतुर्वेदी की माता, पिता, पत्नी और ज्वेलर के खाते में करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। इसके बाद पुलिस ने सभी से सिलसिलेवार पूछताछ की और सभी को गिरफ्तार कर लिया। इटावा के एसएसपी संजय कुमार ने बताया कि इटावा जिला सहकारी बैंक में 25 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में उपमहाप्रबंधक उमेश कुमार और वरिष्ठ शाखा प्रबंधक राजीव त्रिपाठी ने अखिलेश चतुर्वेदी समेत 10 बैंक कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था, जिसकी जांच गहनता से जारी है।

इटावा बैंक घोटाले की जांच
इटावा में बैंक घोटाले का यह मामला 2018 से 2023 तक का है। दिसंबर 2023 में आई शिकायत के बाद प्राथमिक जांच में मामला सही पाया गया। इसके परिणामस्वरूप, वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अखिलेश चतुर्वेदी और कैशियर नफीसुल जैदी को तत्काल निलंबित किया गया। इसके बाद जांच कमेटी बनाकर पूरे प्रकरण की शुरुआत से जांच कराई गई।

मामले में इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
इटावा में 25 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप में जिला सहकारी बैंक के निलंबित वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अखिलेश चतुर्वेदी, मुख्यालय के प्रबंधक राजीव मिश्रा, और अन्य आठ लोगों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 और 409 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। इस मामले में, वरिष्ठ शाखा प्रबंधक अतुल प्रताप सिंह और अकाउंटेंट नफीसुल जैदी को तुरंत गिरफ्तार किया गया। 25 जुलाई को मुख्य आरोपी अखिलेश चतुर्वेदी को राजस्थान के राज पैलेस से पकड़ा गया और जेल भेजा गया। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

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