कानपुर में गणेश उत्सव की तैयारी : 7 सितंबर को मूर्ति स्थापना के लिए विशेष मुहूर्त, जानें क्या होगा सही समय

UPT | कानपुर में गणेश उत्सव की तैयारी

Sep 06, 2024 18:12

देशभर में गणेश महोत्सव 2024 को लेकर तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है। पूरे देश में यह पर्व बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है। भक्त अपने-अपने घरों में गणपति को लाते हैं और यह मान्यता है कि गणपति भगवान आकर उनके घरों में सारे विघ्नों को हर लेते हैं।

Kanpur News : देशभर में गणेश महोत्सव 2024 के लिए तैयारियां धूमधाम से चल रही हैं। इस पर्व को पूरे देश में बड़ी उत्साह के साथ मनाया जाता है। भक्त गणपति भगवान को अपने घर लाकर उनकी पूजा करते हैं, मान्यता है कि गणपति उनके घरों में आने से सभी विघ्नों को समाप्त कर देते हैं और जीवन में खुशहाली लाते हैं। यूपी के कानपुर में भी गणेश महोत्सव के दौरान बड़ी संख्या में लोग अपने घरों में भगवान गणपति की स्थापना करते हैं। इस अवसर पर कई मूर्तिकार गणेश की मूर्तियां बनाते हैं, जो केवल स्थानीय ही नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों और विदेशों तक भेजी जाती हैं।

10 दिनों तक विधि-विधान से पूजा-अर्चना होगी
कानपुर के निराला नगर में स्थित प्रदेश की सबसे बड़ी मूर्ति बाजार में भगवान गणपति की प्रतिमाएं चारों ओर सजाई गई हैं। यहां लोग अपनी पसंद के अनुसार गणपति की प्रतिमाएं खरीदने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। मूर्ति बाजार में कलाकारों द्वारा 10 फीट से लेकर 1 फीट तक की गणपति प्रतिमाएं बनाई गई हैं। भक्त हर साल की तरह इस साल भी भगवान गणपति की 10 दिनों तक विधि-विधान से पूजा-अर्चना करेंगे और निष्ठा से उनकी सेवा करेंगे, इसके बाद विधिपूर्वक गणपति की विदाई करेंगे। मूर्ति कलाकारों के अनुसार, पिछले तीन से चार महीनों से लगातार गणपति की प्रतिमाएं बनाई जा रही हैं। कानपुर शहर में गणपति की स्थापना सैकड़ों स्थानों पर की जाती है, और कानपुर, कानपुर देहात, औरैया, जालौन समेत अन्य जिलों के लोग भी इन प्रतिमाओं को लेने के लिए बाजारों में आ रहे हैं।

भगवान गणेश का 10 दिवसीय उत्सव आज से शुरू
भगवान गणेश का दस दिवसीय उत्सव भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी से शुरू होगा, जो कि शनिवार, 6 सितंबर को शुरू होगा। पंडित दिलीप तिवारी के अनुसार, भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि दोपहर 3:02 बजे आरंभ होगी और अगले दिन, 7 सितंबर को संध्या 5:37 बजे समाप्त होगी। उदय तिथि के अनुसार गणेश चतुर्थी व्रत 7 सितंबर को रखा जाएगा और इसी दिन गणेश मूर्ति की स्थापना की जाएगी। गणेश स्थापना के लिए शुभ समय सुबह 10:51 से दोपहर 1:21 तक रहेगा, जो कि लगभग ढाई घंटे की अवधि होगी। इस वर्ष गणेश चतुर्थी पर विशेष सहयोग बन रहा है क्योंकि चित्रा और स्वाति नक्षत्र का युग्म संयोग और ब्रह्म योग के साथ पूजन शुरू होगा। गणेश चतुर्थी के बाद भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी (अनंत चतुर्दशी) 17 सितंबर को शतभिषा नक्षत्र में होगी।

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