अहिल्याबाई की जयंती पर विशेष : सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि, कहा- महान शख्सियत थीं होल्कर...

UPT | अहिल्याबाई होल्कर

May 31, 2024 11:54

आज महान शिव भक्त और वीरांगना लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की  जयंती है। उन्होंने हमेशा अपने राज्य और उसके लोगों के हित में काम किया...

Lucknow News : आज महान शिव भक्त और वीरांगना लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की जयंती है। उनकी जयंती पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने विनम्र श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर ने न केवल राजनीतिक और प्रशासनिक क्षेत्र में, बल्कि धर्म-संस्कृति के उत्थान, मानवता के कल्याण और शिक्षा के विकास में जो मानक स्थापित किए, वे हमेशा अनुकरणीय रहेंगे। 

सीएम योगी ने दी विनम्र श्रद्धांजलि
योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि अहिल्याबाई होल्कर ने न केवल राजनीतिक और प्रशासनिक क्षेत्र में, बल्कि धर्म-संस्कृति के उत्थान, मानवता के कल्याण और शिक्षा के विकास में जो मानक स्थापित किए, वे हमेशा अनुकरणीय रहेंगे। उन्होंने उनकी जयंती पर नमन करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, 'महान शिवभक्त एवं वीरांगना, 'लोकमाता' पूज्य देवी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! कौन थीं अहिल्याबाई होल्कर
अहिल्याबाई होल्कर का जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के चौंधी गांव में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता मनकोजी शिंदे एक साधारण किसान थे। उन्होंने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर भी बहुत काम किया। कई तीर्थ स्थलों के साथ-साथ उन्होंने कई मंदिर, घाट, कुएं, बावड़ी, भूखों के लिए भोजन वितरण और पीने के पानी की व्यवस्था भी कराई। उन्होंने समाज में विधवा महिलाओं की स्थिति पर भी काफी काम किया और उस समय उनके लिए बने कानून में भी बदलाव किया गया। उन्होंने लोगों के रहने के लिए कई धर्मशालाएं भी बनवाईं। उन्होंने ये सभी धर्मशालाएं गुजरात के द्वारका, काशी विश्वनाथ, वाराणसी के गंगा घाट, उज्जैन, नासिक, विष्णुपद मंदिर और बैजनाथ जैसे प्रमुख तीर्थ स्थानों के पास बनवाईं। मुस्लिम आक्रमणकारियों द्वारा नष्ट किए गए मंदिरों को देखकर उन्होंने सोमनाथ में भगवान शिव का मंदिर बनवाया। जिसकी पूजा आज भी हिंदू करते हैं। अहिल्याबाई के दिल में जनता के लिए बहुत प्यार और करुणा थी। जब भी वह किसी को परेशानी या दर्द में देखतीं तो उनकी मदद के लिए आगे बढ़ जातीं। यही वजह है कि लोग भी उन्हें बहुत सम्मान और प्यार देते थे।

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