चुनाव आयोग से अखिलेश की अपील : ईडी, सीबीआई और आईटी के दुरुपयोग पर कसे लगाम, ECI को बताया उम्मीद की किरण

UPT | Akhilesh Yadav

Apr 01, 2024 12:39

अखिलेश यादव अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करके चुनाव आयोग से केंद्रीय संस्थाओं के दुरुपयोग पर रोक लगाने और चुनाव निष्पक्ष ढंग से कराने की उम्मीद की...

Short Highlights
  • ईडी, सीबीआई और आईटी यानी ECI
  • 'निष्पक्ष चुनाव'को बताया चुनाव आयोग की जीत
Lucknow News : लोकसभा चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही हैं। सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी तैयारियों में जुटे है। लेकिन, इससे अलग विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि सत्तारूढ़ पार्टी ईडी, सीबीआई और आईटी जैसी केंद्रीय संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है। अगर विपक्ष का कोई नेता सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है तो उस पर झूठा आरोप लगाकर जांच बैठा दी जाती है या जेल भेज देते हैं। विपक्ष आरोप है कि सत्ताधारी दल हमारे हाथ-पैर बांध रहा है ताकि हम चुनावी दौड़ से बहार हो जाएं। इसी बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करके चुनाव आयोग से केंद्रीय संस्थाओं के दुरुपयोग पर रोक लगाने और चुनाव निष्पक्ष ढंग से कराने की उम्मीद की है। 

चुनाव आयोग को बताया उम्मीद की किरण
अखिलेश यादव ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि 'जिस तरह ईडी, सीबीआई और आईटी विभाग के आगे के पहले अक्षरों को मिलाकर ECI बनता है वो दरअसल इस बात का सकारात्मक इशारा है कि ‘Election Commission of India’ ही उम्मीद की वो किरण है, जो भाजपा सरकार द्वारा ईडी, सीबीआई और आईटी डिपार्टमेंट के दुरुपयोग पर आगे से लगाम लगा सकता है।' 'निष्पक्ष चुनाव'को बताया चुनाव आयोग की जीत
अखिलेश यादव ने आगे लिखा कि 'आज से हम 2024 के शुरुआती चुनावी महीने में प्रवेश कर रहे हैं। आशा है ‘चुनाव आयोग’ अपनी सांविधानिक ज़िम्मेदारी निभाते हुए बेलगाम-बेईमान सरकारी तंत्र को सक्रिय नहीं होने देगा और हमेशा की तरह लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए ढाल बनेगा। जब लोकतंत्र बचेगा तभी चुनाव आयोग की गरिमा और प्रतिष्ठा भी बची-बनी रहेगी। निष्पक्ष चुनाव, चुनाव आयोग की जीत होगी।

लोकतंत्र बचाओ रैली के बाद की पोस्ट
अखिलेश यादव का यह पोस्ट दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की 'लोकतंत्र बचाओ रैली' के अगले दिन ही आया है। जिसमें विपक्ष दलों के सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, तेजस्वी यादव, डेरेक ओ ब्रायन, दीपांकर भट्टाचार्य जैसे बड़े नेता शामिल हुए थे।

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