ऑथर Sanjay Singh

बिच्छू की चिंता करने वालों ने क्यों नहीं कराई सफाई : अखिलेश यादव बोले- बीजेपी ज्यादा लाभ मिलने पर बेच देगी हर बिल्डिंग

UPT | Akhilesh Yadav

Oct 11, 2024 16:16

अखिलेश यादव ने कहा कि ये सरकार पहले भी सपा शासन में बनाई गई कई इमारतों को बेच चुकी है, नाम बदल चुकी है। उन्होंने कहा कि लखनऊ का पलासियो मॉल समाजवादी सरकार के समय में बनाया गया। यह शहर का सबसे सुंदर मॉल था। दिल्ली में भी ऐसा मॉल नहीं था। यह सरकार का शॉपिंग कॉम्प्लेक्स था। लेकिन, भाजपा सरकार आते ही इसे बेच दिया गया।

Lucknow News : यूपी की सियासत में जयप्रकाश नारायण की जयंती ​बड़ा मुद्दा बन गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को गोमतीनगर स्थित जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) में जाने से रोकने के बाद माहौल गरम है। अखिलेश यादव शुक्रवार को पूरे दिन इस मुद्दे पर हमलावर तेवर में नजर आए। अपने आवास के बाहर जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में उन्होंने मीडिया से बातचीत में इस मुद्दे पर भाजपा सरकार पर अ​फसरों पर हमला बोला।

लोकतंत्र और संविधान की व्यवस्था नहीं मानने वाले हैं लोग
अखिलेश यादव ने कहा कि इस सरकार से लोकतंत्र की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। यह लोकतंत्र को खत्म करने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि ये संविधान की व्यवस्था को नहीं मानने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि हमें जेपीएनआईसी में जाने से रोकने के लिए बहाना बनाया जा रहा है कि वहां पर बिच्छू दिखाई देते हैं। अगर इन्हें बिच्छू की इतनी ही चिंता थी तो सफाई क्यों नहीं कराई गई? इस म्यूजियम का रखरखाव क्यों नहीं किया गया और इस बिल्डिंग को अधूरा क्यों छोड़ा गया है।  जेपीएनआईसी को लेकर 70 करोड़ से ज्यादा का हुआ पेमेंट
सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि वास्तव में इन्हें अपने लोगों को लाभ पहुंचाना था। सुनने में आ रहा है कि 70 करोड़ से भी ज्यादा का पेमेंट हुआ है, उसके बाद भी ये केंद्र नहीं खुला है। इसका मतलब यह है कि जेपीएनआईसी में कुछ ना कुछ यह लोग छुपाना चाहते हैं। जेपीएनआईसी वर्ल्ड क्लास एक जगह बनी है। यह सरकार ने जानबूझकर के साजिश की है कि यह वर्ल्ड क्लास बिल्डिंग जो बनी है उसको बेच दिया जाए। उन्होंने कहा कि पहले कई बार हा गया कि बिल्डिंग पूरी की जाएगी। इस संबंध में पीआईएल भी दायर की गई, जिस पर सरकार की ओर से एफिडेविट दिया गया कि कि बिल्डिंग को जल्द पूरा करना चाहती है। अब सुनने वाला है की बिल्डिंग बेचना चाहते हैं। वास्तव में जहां बीजेपी को ज्यादा लाभ मिलेगा वहीं पर वह बिल्डिंग दे देंगे।



मुख्यमंत्री पर पड़ेगा पाप 
अखिलेश यादव ने कहा कि जहां पर जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा है वहां पर भी धूप में पुलिस बैठाई है, वह लोग भी त्योहार नहीं बना पा रहे हैं, उनका भी पाप मुख्यमंत्री पर ही पड़ेगा। यह सरकार किसी महापुरुष का सम्मान नहीं करने देना चाहती और इसलिए नहीं करने दे रही क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के लोगों का योगदान भारत की आजादी में नहीं रहा। उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं का जेपीएनआईसी के मुद्दे पर गुरुवार रात से ही सक्रिय रहने को लेकर आभार जताया और कहा कि रात से ही सभी कार्यकर्ता आंदोलन के लिए तैयार थे।
 
सपा सरकार में बनाई इमारतों को बेचा
अखिलेश यादव ने कहा कि ये सरकार पहले भी सपा शासन में बनाई गई कई इमारतों को बेच चुकी है, नाम बदल चुकी है। उन्होंने कहा कि लखनऊ का पलासियो मॉल समाजवादी सरकार के समय में बनाया गया। यह शहर का सबसे सुंदर मॉल था। दिल्ली में भी ऐसा मॉल नहीं था। यह सरकार का शॉपिंग कॉम्प्लेक्स था। लेकिन, भाजपा सरकार आते ही इसे बेच दिया गया। इसी तरह किसान बाजार बेच दिया गया। इकाना क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदल दिया।

भाजप सरकार ने नाम बदले और लगवाईं प्रतिमा 
उन्होंने कहा कि हम समाजवादियों ने जो भवन बनाए थे, उन्हें किसी समाजवादी नेता का नाम पर नहीं बनाया गया। कैंसर इंस्टीट्यूट सहित कई इसके उदाहरण हैं। यहां तक कि इनमें किसी नेता की प्रतिमा भी नहीं लगाई गई। लेकिन, इनकी सरकार आते ही ये काम किया गया। लोकभवन में प्रतिमा लगवा दी गई। कैंसर  इंस्टीट्यूट से लेकर इकाना क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदल दिया गया। वास्तव में यह लोग यही परंपरा जारी रखना चाहते हैं कि आज हम आपके महापुरुषों का सम्मान नहीं करने दे रहे हैं कल आप की सरकार बन जाए तो आप भी महापुरुषों का सम्मान मत करने दो।

एलडीए ने अखिलेश यादव को जेपीएनआईसी जाने से रोकने पर दिया ये तर्क
इससे पहले लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अखिलेश यादव के जेपीएनआईसी जाने की घोषणा पर कहा है कि यह एक निर्माण स्थल है, जहां निर्माण सामग्री बेतरतीब ढंग से फैली हुई है और बारिश के कारण कई कीड़े होने की संभावना है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है, जिसके कारण सुरक्षा कारणों से उनका प्रतिमा पर माल्यार्पण करना और जेपीएनआईसी का दौरा करना सुरक्षित और उचित नहीं है।

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