आशीष पटेल आरोपों पर भड़के : बोले- मुझे कुछ हुआ तो STF जिम्मेदार, CBI जांच को तैयार, इस विभाग पर हुए हमलावर

UPT | Ashish Patel

Jan 02, 2025 16:15

आशीष पटेल ने कहा कि उन्होंने पहले भी कहा है और एक बार फिर कह रहा हैं कि मुख्यमंत्री यदि उचित समझें तो बार-बार के मीडिया ट्रायल, झूठ औए फरेब के जरिए किये जा रहे मेरे राजनीतिक चरित्र हनन के इस दुष्प्रयास पर स्थायी विराम के लिए बतौर मंत्री मेरे द्वारा अब तक लिए गए सभी फैसलों की सीबीआई जांच करा सकते हैं।

Lucknow News : प्रदेश सरकार के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल पिछले कुछ समय से सूबे की राजनीति में सबसे ज्यादा चर्चा में बने हुए हैं। विधायक पल्लवी पटेल उनके विभाग में भ्रष्टाचार को लेकर जहां काफी समय से हमलावर बनी हुई हैं, वहीं पूर्व आईपीएस अधिकारी और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर आशीष पटेल के खिलाफ लोकायुक्त, उत्तर प्रदेश के समक्ष शिकायत दर्ज कर चुके हैं। इस बीच आशीष पटेल ने एक बार फिर सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात रखी है। उन्होंने अपने पर लगाए सभी आरोप खारिज करते फिर कहा कि वह हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं। वहीं आजाद अधिकार सेना के प्रमुख अमिताभ ठाकुर ने  आशीष पटेल की सीबीआई जांच की मांग का समर्थन किया है।

सूचना निदेशक बंद कराएं मीडिया ट्रायल
आशीष पटेल ने मंगलवार को सोशल साइट एक्स पर कहा कि उत्तर प्रदेश के सबसे ईमानदार आईएएस अधिकारी एवं तत्कालीन प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा एम. देवराज की अध्यक्षता में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की संस्तुति और शीर्ष स्तर पर सहमति के आधार पर हुई पदोन्नति के बावजूद राजनीतिक चरित्र हनन के लिए लगातार मीडिया ट्रायल अस्वीकार्य है।



अपनी और पत्नी केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की संपत्ति की जांच कराने को तैयार
आशीष पटेल ने कहा कि उन्होंने पहले भी कहा है और एक बार फिर कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री यदि उचित समझें तो बार-बार के मीडिया ट्रायल, झूठ औए फरेब के जरिए किये जा रहे मेरे राजनीतिक चरित्र हनन के इस दुष्प्रयास पर स्थायी विराम के लिए बतौर मंत्री मेरे द्वारा अब तक लिए गए सभी फैसलों की सीबीआई जांच करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं लगे हाथ अगर उचित समझा जाए तो स्वयं मेरी तथा मेरी पत्नी और अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के सांसद-विधान परिषद सदस्य बनने के बाद अर्जित की गई संपत्ति की भी जांच करा ली जाए।
 
ओबीसी और वंचित वर्ग को लाभ मिलने से किए जा रहे हमले
आशीष पटेल ने कहा कि पर्दे के पीछे सामाजिक न्याय की आवाज को कुचलने का खेल जारी है। वास्तव में पदोन्नति के इस मामले में कुछ लोगों के कलेजे में कांटा लगने का कारण उन ओबीसी और वंचित वर्ग को लाभ मिलना है, जिनके अधिकारों की सालों से हकमारी की जा रही थी। उन्होंने अपनी पोस्ट के साथ पदोन्नति की सूची भी सार्वजनिक की और कहा कि संलग्न पदोन्नति की वर्गवार सूची देखेंगे तो इसका अंदाजा हो जाएगा। ऐसे लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि इनके कलेजे में भविष्य में भी कांटा चुभता रहेगा। वह इसलिए कि इन झूठे तथ्यों, अफवाहों और मीडिया ट्रायल से अपना दल (एस) की सामाजिक न्याय की लड़ाई बंद नहीं होने वाली। हम अब पहले से भी अधिक शक्ति के साथ सामाजिक न्याय की आवाज बुलंद करते रहेंगे।

एसटीएफ की होगी जिम्मेदारी
मंत्री ने कहा कि उन्होंने पहले भी कहा है कि लौहपुरुष सरदार पटेल का वंशज आशीष पटेल डरने वालों में नहीं बल्कि लड़ने वालों में से है। अपने शुभचिंतकों के लिए एक विशेष बात कि यदि सामाजिक न्याय की इस जंग में मेरे साथ किसी प्रकार का षड्यंत्र, दुर्घटना हुई तो इसकी सारी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स की होगी।

अमिताभ ठाकुर ने सीबीआई जांच की मांग का समर्थन
इस बीच आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने आशीष पटेल के अपने पर लगे आरोपों की सीबीआई जांच की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि 177 विभागाध्यक्षों की प्रोन्नति तथा 571 डी फार्मा कॉलेज को गलत ढंग से मान्यता दिए जाने की उनकी लोकायुक्त शिकायत के बाद मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जो सीबीआई जांच की मांग की है, उसका वह पूर्ण समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे मौजूदा सरकार में व्यापक भ्रष्टाचार के तथ्य स्वतः ही सामने आ जाएंगे।

अमिताभ ठाकुर ने लोकायुक्त में की शिकायत में इन बिंदुओं पर घेरा
इससे पहले सोमवार को अमिताभ ठाकुर ने उनके खिलाफ लोकायुक्त, उत्तर प्रदेश के समक्ष शिकायत की है। इसमें उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा अध्यापन सेवा नियमावली 2021 बनाई है। इसके नियम 5 में विभागाध्यक्ष पद के लिए शत प्रतिशत नियुक्ति उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के जरिए ही सीधी भर्ती की बात कही गई है। साथ ही बीटेक और एमटेक अध्यापकों के लिए 15 वर्षों का अनुभव अनिवार्य है। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि इसके विपरीत 9 दिसंबर 2024 को 177 अध्यापकों को विभागाध्यक्ष पद पर प्रोन्नति दिए जाने में इन दोनों नियमों का पूर्ण उल्लंघन की बात सामने आई है।

प्रदेश सरकार पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद डी फार्मा कॉलेजों का भौतिक परीक्षण किए जाने पर पाया गया कि 531 कॉलेजों को अनापत्ति प्रमाण पत्र मना किए जाने के बाद भी मान्यता दी गई। इनमें 94 कॉलेज में किसी अन्य विषय के शिक्षण कार्य हो रहे हैं, जबकि 19 मामलों में भूमि और भवन तक नहीं पाए गए। इस संबंध में राज्य सरकार ने हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय (एचबीटीयू) कानपुर के कंप्यूटर साइंस के प्रोफेसर रघुराज सिंह के अधीन तीन सदस्य जांच समिति बनाई। समिति ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्हें दी गई जानकारी के अनुसार इन दोनों मामलों में मंत्री आशीष पटेल की प्रमुख भूमिका बताई जाती है। उन्होंने पूर्व में इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार को शिकायत भेजी थी। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं होने पर लोकायुक्त को शिकायत की है।

पल्लवी पटेल भी लगा चुकी हैं भ्रष्टाचार के आरोप
इससे पहले अपना दल कमेरावादी पार्टी की नेता पल्लवी पटेल अपने जीजा कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा चुकी है। उन्होंने प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष पदों पर नियुक्तियों में धांधली की बात कही है। विधानसभा सत्र के दौरान पल्ल्वी पटेल ने मामला सदन में उठाने की भी कोशिश की थी। उन्होंने परिसर में ही चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे धरना भी दिया। पल्लवी पटेल ने कहा कि इसमें पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों का हक मारा गया और रिश्वत लेकर प्रमोशन दिया गया। प्रदेश में 250 से अधिक प्रवक्ताओं को 25-25 लाख रुपये लेकर एचओडी बनाने का भी उन्होंने आरोप लगाया। विधायक ने कहा कि यह नियुक्तियां आरक्षण के नियमों का उल्लंघन कर की गईं और दलितों एवं पिछड़ों के साथ अन्याय हुआ है। आशीष पटेल केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति हैं, जो पल्लवी की बहन हैं। ऐसे में जीजा साली की इस लड़ाई से यूपी का सियासी पारा गरमा गया था।

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