जोखिम भरा सफर : लखनऊ से हरदोई तक मालगाड़ी के नीचे बैठकर पहुंचा मासूम, जानिए कैसे किया गया रेसक्यू

UPT | बच्चे को मालगाड़ी के डिब्बे के नीचे से निकालता जवान

Apr 20, 2024 23:02

उत्तर प्रदेश के हरदोई में शनिवार शाम लखनऊ से रोजा जा रही एक मालगाड़ी के नीचे दोनों पहिये के बीच की जगह पर एक बच्चा बैठ गया और ट्रेन चल पड़ी...

Hardoi News (Adarsh Tripathi) : उत्तर प्रदेश के हरदोई में शनिवार शाम लखनऊ से रोजा जा रही एक मालगाड़ी के नीचे दोनों पहिये के बीच की जगह पर एक बच्चा बैठ गया और ट्रेन चल पड़ी। ट्रेन के नीचे बैठा बच्चा लखनऊ से हरदोई तक आ गया। स्टेशन पर एक रेलवे कर्मी चेकिंग कर रहा था तो उसे बच्चा दिख गया। जिसकी सूचना उसने RPF हरदोई को दी। RPF ने हरदोई स्टेशन पर बच्चे को रेस्क्यू किया। जिसके बाद बच्चें को हरदोई चाइल्ड हेल्पलाइन को सौंप दिया।

घरेलू तंगहाली से परेशान होकर बच्चें ने घर से भागने का चुना था रास्ता
चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अनूप तिवारी के पूछने पर बच्चे ने अपना नाम बताया है। बच्चे ने बताया कि उसके पिता लखनऊ में झोपड़ी डाल कर रहते है। उसके चार भाई-बहन है और वह सबसे छोटा है। बच्चे की मां, बच्चों और अपने पति को छोड़ कर कही चली गयी। जिसके बाद बच्चे अपने पिता के साथ मांग कर खाते है। पिता की तंगहाली और मां के चले जाने से परेशान होकर बच्चे ने घर से भागने का रास्ता चुना था। 

मालगाड़ी से बच्चे को हरदोई में रेस्क्यू कर निकाला गया  
चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अनूप तिवारी ने बताया कि बच्चा अकेले खेलते खेलते घर के पास ही खड़ी माल गाडी के नीचे खाली जगह में बैठ गया। इस दौरान अचानक गाड़ी चल पड़ी। जिससे बच्चा गाड़ी में ही फंस गया । बच्चे को हरदोई में रेस्क्यू कर सकुशल निकाला गया। रेस्क्यू के दौरान चाइल्ड हेल्पलाइन व रेलवे सुरक्षा पुलिस मौजूद रही। बच्चा  बहुत डरा हुआ था और धुएं के कारण पूरी तरह से काला हो चुका था। रेस्क्यू के पश्चात बच्चे को नहलाया गया और खाने को दिया गया। 

बाल कल्याण समिति ने रेस्क्यू कर बच्चें को बाल ग्रह पहुंचा 
चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अनूप तिवारी ने बताया कि बच्चे से पूछ ताछ के पश्चात बच्चे ने आरपीएफ और चाइल्ड लाइन की टीम को अपना पता बताया। बच्चे को बाल कल्याण समिति में पेश करने के बाद बाल गृह में रखा गया है। चाइल्ड हेल्पलाइन के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अनूप तिवारी और टीम के साथ बच्चे को बाल गृह पहुंचाया जाएगा।

Also Read