Lucknow News : मंत्री कौशल किशोर ने सेमी क्वार्टर मैराथन को दिखाई हरी झंडी, साड़ी पहनकर दौड़ी महिलाएं

UPT | साड़ी पहन के दौड़ी महिलाएं

Feb 24, 2024 13:44

लखनऊ के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में अलग नजारे देखने को मिले, यहां महिलाएं साड़ी पहन कर मैराथन में दौड़ी। दरअसल शुक्रवार को लखनऊ के वृंदावन में सेमी...

Short Highlights
  • भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास
  • महिलाओं में दिखा उत्साह
  • साड़ी पहन के दौड़ी महिलाएं 

 

Lucknow News : लखनऊ के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में अलग नजारा देखने को मिला। यहां महिलाएं साड़ी पहन कर मैराथन में दौड़ीं। शुक्रवार को लखनऊ के वृंदावन में सेमी क्वार्टर मैराथन का आयोजन किया गया, जिसे हरी झंडी दिखाने मोहनलालगंज लोकसभा क्षेत्र से सांसद और देश के केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर पहुंचे। 5 किलोमीटर की इस सेमी क्वार्टर मैराथन में सैकड़ों की तादाद में महिलाओं ने साड़ी पहनकर भाग लिया।

भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास
आयोजकों का कहना है कि हमारे देश का पारंपरिक परिधान साड़ी है। सदियों से यह परंपरा चली आ रही है कि हमारी माता, बहनें और बेटियां साड़ी ही पहनती हैं। अपने देश की परंपरा को बढ़ावा देने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अलग-अलग आयु वर्ग की महिलाओं ने भाग लिया, जिसमें महिलाओं ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।

महिलाओं में दिखा उत्साह 
महिलाओं का कहना है कि आमतौर पर हम सुबह उठने के बाद घर में लोअर टी-शर्ट या फिर सूट पहनते हैं, लेकिन इस कार्यक्रम की थीम साड़ी पर बेस्ड है, जिसकी वजह से हम साड़ी पहनकर कार्यक्रम में पहुंचे। यह काफी उत्साहजनक रहा। वर्किंग वुमन को घर से बाहर निकलने में समस्याएं नहीं होती हैं, लेकिन जो गृहणी हैं, वह इन चीजों से वंचित रह जाती हैं। लेकिन, आज इस सेमी क्वार्टर मैराथन में गांव हो या शहर, गृहणी हो या वर्किंग वुमन, सभी साड़ी पहनकर हिस्सा लेने पहुंची हैं।

महिलाओं ने क्या कहा
सेमी क्वार्टर मैराथन में भाग लेने वाली महिलाओं ने कहा कि महिलाएं पुरुषों से कम नहीं हैं। महिलाएं चाहें तो अपने बल पर कुछ भी कर सकती हैं। जब रानी लक्ष्मीबाई साड़ी पहनकर अपने बच्चों को पीठ पर बांधकर युद्ध लड़ सकती हैं तो हम साड़ी पहन कर दौड़ क्यों नहीं सकते हैं। साड़ी कोई बैकवर्ड परिधान नहीं है। साड़ी हमारा गौरव है, हमारी पहचान है।

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