UP News : आईएसआई एजेंट की फंडिंग केस में दोषी अनस याकूब को पांच साल की जेल-जुर्माना, NIA स्पेशल कोर्ट ने सुनाई सजा

UPT | NIA Court

Sep 25, 2024 18:21

यूपी एटीएएस को जांच के दौरान प्रदेश के हापुड़ के रहने वाले सौरभ शर्मा की जानकारी हुई। सौरभ भारतीय सेना में रह चुका था। पता चला कि उसे चिकित्सीय आधार पर सेना से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद साक्ष्यों के आधार पर सौरभ को अनस याकूब गिटौली के साथ एटीएस ने 8 जनवरी 2021 को गिरफ्तार किया था।

Lucknow News : एनआईए (National Investigation Agency) की स्पेशल कोर्ट ने बुधवार को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट की फंडिंग केस में दोषी अनस याकूब गिटौली को पांच साल की सजा और 24 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। इससे पहले भारतीय सेना के गोपनीय, प्रतिबंधित दस्तावेज और आंकड़े आईएसआई को भेजने से संबंधित मामले में आरोपी पूर्व जवान को एनआईए कोर्ट सजा सुना चुका है। इस मामले में साक्ष्यों के आधार पर तेजी से जांच को आगे बढ़ाते हुए अभियोजन पक्ष अब एक अन्य आरोपी को सजा दिलाने में सफल हुआ है।

अनस याकूब को सजा दिलाने की कोशिश में जुटी थी एजेंसी
एनआईए के मुताबिक सेना के गोपनीय और प्रतिबंधित दस्तावेज, आंकड़े व कई अन्य अहम जानकारियां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को भेजने के मामले में बीते माह कोर्ट ने सौरभ शर्मा को को दोषी करार देते हुए पांच साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई थी। इसके साथ ही 22 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया। इसी मामले में बुधवार को सजा पाने वाले अनस याकूब गिटौली का नाम और भूमिका सामने आई थी। इसके बाद से ही उसे कोर्ट से दोषी करार दिए जाने का प्रयास चल रहा था।



अनस याकूब ने सेना के पूर्व जवान की पत्नी के खाते में भेजे थे रुपये
एनआईए की तफ्तीश के दौरान सामने आया कि सौरभ शर्मा ने सेना में रहते हुए देश के गोपनीय दस्तावेज आईएसआई की कथित एजेंट नेहा शर्मा को दिए थे। इसके एवज में सौरभ की पत्नी पूजा सिंह के खाते में विदेशों से रुपये भी भेजे गए थे। तफ्तीश में पाया गया कि अनस याकूब गिटौली ने पूजा के खाते में रुपये भेजे थे।

एटीएस खूफिया सूचना के आधार पर कर रही जांच पड़ताल
एटीएस उत्तर प्रदेश को काफी समय से सूचना मिल रही थी कि अज्ञात पाकिस्तानी खुफिया विभाग के अधिकारी षड्यंत्र के तहत कुछ व्यक्तियों के जरिए भारतीय सेना के कर्मचारियों को बहला-फुसलाकर और रुपये का लालच देकर विभिन्न माध्यमों से धन भेजकर इंडियन आर्मी से संबंधित गोपनीय दस्तावेज प्राप्त कर रहे हैं। एटीएएस जांच पड़ताल के दौरान ऐसे लोगों की कुंडली खंगालने में जुटी थी।

एटीएस यूपी के सौरभ शर्मा-अनस याकूब को गिरफ्तार करने के बाद एनआईए को सौंपा गया मामला
इसी दौरान उसे प्रदेश के हापुड़ के रहने वाले सौरभ शर्मा की जानकारी हुई। सौरभ भारतीय सेना में रह चुका था। पता चला कि उसे चिकित्सीय आधार पर सेना से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद साक्ष्यों के आधार पर सौरभ को अनस याकूब गिटौली के साथ एटीएस यूपी ने 8 जनवरी 2021 को गिरफ्तार किया था। इस मामले में एटीएस के इंस्पेक्टर राजीव त्यागी ने एटीएस थाना गोमतीनगर में केस दर्ज कराया था। बाद में मामला एनआईए के हवाले कर दिया गया। सौरभ को जहां एनआईए के विशेष न्यायाधीश विवेकानंद शरण त्रिपाठी की अदालत बीते महीने पांच साल की कठोर कैद और जुर्माने की सजा सुना चुकी है। वहीं अनस याकूब के मामले में सुनवाई चल रही थी। अब कोर्ट ने साक्ष्यों के आधार पर उसे दोषी करार करते हुए सजा सुनाई।

Also Read