स्कूलों के पास नशे का कारोबार : 300 विद्यालयों के बाहर पान मसाला के 500 दुकानें, शिकायतों के बाद अब होगा एक्शन

UPT | स्कूलों के करीब पान मसाला की दुकानों पर होगी कार्रवाई

Dec 12, 2024 11:31

इन दुकानों से परेशान होकर 300 से अधिक स्कूलों के प्रबंधन ने माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिकायत दर्ज कराई है। स्कूल प्रबंधकों का आरोप है कि नगर निगम इस मुद्दे पर लापरवाही बरत रहा है। शिकायतों के बाद मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने इस संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

Lucknow News : राजधानी के 300 सरकारी और निजी स्कूल-कॉलेजों के सामने नशे का सामान बेचने वाली लगभग 500 दुकानें संचालित हो रही हैं। इन दुकानों पर सिगरेट, पान, बीड़ी, तंबाकू उत्पाद और पान मसाला जैसी चीजें खुलेआम बेची जा रही हैं। यह गतिविधि न केवल अवैध है, बल्कि हजारों बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। लेकिन, जिम्मेदार अफसर इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

शिक्षण संस्थानों ने दर्ज कराई शिकायत
इन दुकानों से परेशान होकर 300 से अधिक स्कूलों के प्रबंधन ने माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिकायत दर्ज कराई है। स्कूल प्रबंधकों का आरोप है कि नगर निगम इस मुद्दे पर लापरवाही बरत रहा है। शिकायतों के बाद मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने इस संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मंडलायुक्त के सख्त रवैये के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को आदेश जारी किया है कि वे 100 गज के दायरे में चल रही नशे की दुकानों की जानकारी, दुकानदारों के नाम सहित विभाग को दें। इसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।



कोटपा एक्ट के तहत कार्रवाई की योजना
शिकायतों के आधार पर विभाग डीआईओएस (जिला विद्यालय निरीक्षक) के माध्यम से नगर निगम और पुलिस को सूचना देगा।
नगर निगम : दुकानों को तत्काल हटाने की जिम्मेदारी निभाएगा।
पुलिस : दुकानदारों पर कोटपा (सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम) के तहत कार्रवाई करेगी।
यदि पुलिस या नगर निगम के अधिकारी लापरवाही करते हैं, तो मंडलायुक्त खुद कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।

प्रमुख स्कूलों की शिकायतें
कुछ स्कूलों के पास की दुकानें जो प्रमुख रूप से निशाने पर हैं:
  • राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, छोटी जुबिली : दो दुकानें।
  • न्यू आवासीय पब्लिक हाई स्कूल : तीन दुकानें।
  • एसकेडी एकेडमी, राजाजीपुरम : दो दुकानें।
  • कमल दिल्ली पब्लिक स्कूल : तीन दुकानें।
  • लखनऊ मॉडल पब्लिक इंटर कॉलेज : दो दुकानें।
  • एसबी इंटर कॉलेज और एक्सॉन मोंटेसरी स्कूल : तीन-तीन दुकानें।
  • ऐसी ही 300 से अधिक शिकायतें शिक्षा विभाग के पास पहुंची हैं।
नगर निगम और पुलिस को भेजी जा रहीं शिकायतें
जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) राकेश कुमार के अनुसार, शिकायतें नगर निगम और पुलिस को भेजी जा रही हैं। मंडलायुक्त की निगरानी में कार्रवाई होगी। विभाग ने स्कूल-कॉलेजों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द सभी संदिग्ध दुकानों की सूची उपलब्ध कराएं, जिससे इस दिशा में कदम उठाया जा सके। अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य स्कूलों के आसपास से नशे की गतिविधियों को खत्म करना है। बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान करने के लिए यह कदम अनिवार्य है।
 

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