रायबरेली में सीबीआई की बड़ी कार्रवाई : रिश्वत मांगने के आरोप में रेलकोच के अधिकारी सहित तीन को पकड़ा

UPT | रायबरेली आधुनिक रेल कोच कारखाना

Oct 07, 2024 11:32

मुंबई की फर्म से सेफ्टी चश्मों की आपूर्ति के बदले रिश्वत मांग रहे रेलकोच अधिकारी सहित तीन लोगों को सीबीआई टीम ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपियों का मेडिकल परीक्षण कराया गया और उन्हें लखनऊ ले जाया गया।

Raebareli News : मुंबई की फर्म से सेफ्टी चश्मों की आपूर्ति के बदले रिश्वत मांग रहे रेलकोच अधिकारी सहित तीन लोगों को मुम्बई से आई सीबीआई टीम ने गिरफ्तार किया है। टीम ने रायबरेली के लालगंज स्थित मॉडर्न रेल कोच फैक्ट्री के चीफ डिपो मटेरियल सुपरिटेंडेंट रंजीत यादव, वार्ड अफसर अरविंद कुमार और बाहरी व्यक्ति रिंकू कुमार को घूसखोरी के आरोप मे छापा मारने के बाद गिरफ्तार कर लिया। तीनों का मेडिकल कराने के बाद लखनऊ लाया गया है, जिन्हें सोमवार को सीबीआई अदालत में पेश किया जाएगा। 

फैक्ट्री समेत कई ठिकानों पर सीबीआई ने मारा छापा  
बता दें कि रविवार को मुंबई से आई सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच की टीम ने मॉडर्न रेल कोच फैक्ट्री समेत आरोपियों के आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापा मारा। टीम ने स्टोर विभाग के दो अधिकारियों रंजीत, अरविंद और उनके साथी रिंकू कुमार को गिरफ्तार कर लिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उनका मेडिकल चेकअप कराने के बाद टीम उन्हें लखनऊ लेकर आ गई। 

फर्म के प्रोपराइटर ने की थी शिकायत
सूत्रों के मुताबिक मुंबई के प्रभादेवी स्टेशन के पास राधा मेडिटेक फर्म के प्रोपराइटर अंधेरी निवासी सुधीर सनुगले ने सीबीआई से शिकायत की थी कि उनकी फर्म ने सरकारी विभागों में सेफ्टी चश्मों की आपूर्ति करती है। बीते मई माह में उन्हें रेल कोच फैक्ट्री, रायबरेली में चश्मों की आपूर्ति के लिए ऑनलाइन निविदा के तहत काम मिला था। जिसके बाद जून माह में उन्होंने चश्मे का सैंपल भी भेज दिया था, जिसे एक जुलाई को स्वीकृत कर दिया गया। फिर उन्होंने 16 जुलाई को दो तरह के चश्मों की आपूर्ति कर दी। 

उन्होंने आरोप लगाया कि आपूर्ति के बाद उनके पास कुछ फोन कॉल्स आईं, जो खुद को फैक्ट्री का चीफ डिपो मेटीरियल सुप्रीटेंडेंट रंजीत, वार्ड अफसर अरविंद और कारपेंटरी एंड टेस्टिंग विभाग के एसपी विश्वकर्मा बता रहे थे और उनके द्वारा की गई आपूर्ति को स्वीकृति देने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे थे। शुरुआत में उन्होंने इसे फर्जी कॉल समझकर नजरअंदाज कर दिया।

रिश्वत की रकम जी-पे पर मांगी
उन्होंने सीबीआई को बताया कि इसके बाद 28 अगस्त को उनके पास आपूर्ति किए गए चश्मों की एक किस्म को निरस्त करने का पत्र आया। साथ ही, फिर से रिश्वत देने के लिए फोन आने लगे, जिसमें आर्डर मंजूर करने के लिए जी-पे पर रिश्वत की रकम भेजने को कहा गया। सीबीआई ने उनकी शिकायत को प्रारंभिक जांच में सही पाया, जिसके बाद रंजीत यादव, अरविंद कुमार और रिंकू कुमार के खिलाफ केस दर्ज करके टीम को रायबरेली भेजा गया। जांच में सामने आया कि सुधीर सनुगले को रिंकू कुमार और जितेंद्र कुमार के खाते में रिश्वत की रकम भेजने को कहा गया। रिंकू कुमार ने अपने बैंक खाते की जानकारी सुधीर को भेजी थी, जिसमें अरविंद को दी जाने वाली रिश्वत की रकम ट्रांसफर करनी थी। हालांकि सीबीआई की इस कार्रवाई पर रेलकोच की तरफ से अभी कोई बयान नहीं आया है।

Also Read