जिला महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण : महिला आयोग की सदस्य को ड्यूटी रजिस्टर में कई डॉक्टरों के हस्ताक्षर नहीं मिले 

UPT | सीएमएस से सवाल जवाब करतीं महिला आयोग की सदस्य।

Nov 20, 2024 14:07

जिला महिला चिकित्सालय में महिला आयोग की सदस्य का अचानक निरीक्षण किया। इस दौरान महिला चिकित्सा अस्पताल में ड्यूटी रजिस्टर में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महिला समेत कई डॉक्टरों के हस्ताक्षर न मिलने से महिला आयोग की सदस्य ने उनको फटकार भी लगाई।

Raebareli News : रायबरेली में जिला महिला चिकित्सालय में महिला आयोग की सदस्य एकता सिंह ने अचानक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में मौजूद ड्यूटी रजिस्टर की जांच की, जिसमें मुख्य चिकित्सा अधीक्षक निर्मला साहू समेत कई डॉक्टरों के हस्ताक्षर नहीं पाए गए। इसके बाद उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को फटकार भी लगाई।



अस्पताल के लेबर रूम और ऑपरेशन रूम का भी जायजा लिया 
महिला आयोग की सदस्य ने निरीक्षण के दौरान अस्पताल के लेबर रूम और ऑपरेशन रूम का भी जायजा लिया। उन्होंने वहां भर्ती मरीजों से मुलाकात की और जननी सुरक्षा योजना के तहत दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। एकता सिंह ने मरीजों से उनकी समस्याओं के बारे में भी पूछा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता की जांच की। इसके बाद महिला आयोग की सदस्य ने प्रशासनिक कार्यालय में बैठकर कुछ मरीजों के बीएसटी (बिल्डिंग, सर्विस और टेक्निकल रजिस्टर) और अन्य प्रशासनिक रजिस्टरों को मंगवाया और उनका बारीकी से निरीक्षण किया।

अस्पताल में फायर सुरक्षा उपकरणों के बारे में भी सवाल उठाया
निरीक्षण के दौरान महिला आयोग की सदस्य ने अस्पताल में फायर सुरक्षा उपकरणों के बारे में भी सवाल उठाया। उन्होंने पाया कि अस्पताल में लगे फायर इंस्ट्रूमेंट्स के फायर ऑपरेटर की नियुक्ति नहीं की गई थी। इस पर उन्होंने अस्पताल प्रशासन से प्रार्थना पत्र देने की बात कही और आश्वासन दिया कि जल्द ही फायर ऑपरेटर की नियुक्ति की जाएगी।

औचक निरीक्षण से स्टाफ में खलबली मची 
महिला आयोग की सदस्य के इस औचक निरीक्षण से अस्पताल के स्टाफ में खलबली मच गई। इस निरीक्षण से यह स्पष्ट हुआ कि अस्पताल में कुछ व्यवस्थाओं में सुधार की आवश्यकता है, खासकर कर्मचारियों की ड्यूटी की जिम्मेदारी को लेकर। महिला आयोग ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे मरीजों को बेहतर सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान करने के लिए तत्पर रहें और जिन खामियों का सामना निरीक्षण में किया गया, उनका शीघ्र समाधान करें। इस निरीक्षण से अस्पताल प्रशासन को अपने कामकाज की समीक्षा करने और सुधार की दिशा में कदम उठाने का अवसर मिला है।  

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