Shine City Fraud : करोड़ों की ठगी में हिमांशु से पूछताछ में जुटी ईडी, सात दिनों में उगलवाने हैं अहम राज

UPT | enforcement directorate

Jul 24, 2024 15:19

ईडी के अधिकारी हिमांशु कुमार से गहन पूछताछ में जुट गए हैं, जिससे करोड़ों की ठगी के मामले में अहम सबूत हासिल किए जा सकें। बताया जा रहा है कि हिमांशु ने शाइन सिटी संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होते ही उनसे किनारा कर लिया, जिससे वह कानून के चंगुल में न फंसे।

Short Highlights
  • इस महीने राशिद नसीम के दो करीबियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
  • दुबई में बैठे राशिद नसीम का अब तक नहीं कराया जा सका है प्रत्यर्पण 
Lucknow News : करोड़ों की ठगी के मामले में रीयल एस्टेट कंपनी शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के एक और एजेंट से पूछताछ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम जुट गई है। प्रयारागज के रहने वाले हिमांशु कुमार को ईडी ने निवेशकों से ठगी के मामले में गिरफ्तार किया है। ईडी को कोर्ट से आरोपी की सात दिनों की कस्टडी रिमांड मिली है, जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी उससे नए सिरे से पूछताछ में जुट गए हैं। लखनऊ के अलीगंज इलाके से इसी महीने शाइन सिटी के प्रेसीडेंट ज्ञान प्रकाश उपाध्याय की भी गिरफ्तारी हो चुकी है।

राशिद नसीम के करीबियों में है शुमार, पूछताछ में बड़े खुलासे की उम्मीद
ईडी अधिकारियों के मुताबिक रियल एस्टेट कारोबारी हिमांशु कुमार शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य संचालक राशिद नसीम का करीबी रहा है। वह शाइन सिटी संचालकों के लिए काम करता था। हिमांशु कुमार ने श्रद्धा सबुरी इंफ्रा डेवलपर्स, स्क्रेपर्स रियलकान प्राइवेट लिमिटेड, भाव्या ब्राड कास्टिंग प्राइवेट लिमिटेड, रियलकान लिंक्स और अन्य कंपनियों के जरिए निवेशकों से ठगी गई रकम को डायवर्ट किया था। ईडी के अधिकारी उससे इन सभी के बारे में गहन पूछताछ में जुट गए हैं, जिससे करोड़ों की ठगी के मामले में अहम सबूत हासिल किए जा सकें। 

शाइन सिटी के संचालकों के निशाने में आते ही किया किनारा
अभी तक की पड़ताल में सामने आया है कि हिमांशु कुमार ने लगभग 40 करोड़ रुपए अपनी कंपनियों और निजी खातों में ट्रांसफर कराए थे। इस रकम से उसने जमीन भी खरीदी थी और रियल एस्टेट का अपना काम शुरू कर दिया। इसके जरिए उसने काफी रकम कमाई। बताया जा रहा है कि हिमांशु ने शाइन सिटी संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होते ही उनसे किनारा कर लिया, जिससे वह कानून के चंगुल में न फंसे। हालांकि ईडी की जांच पड़ताल में वह निशाने पर आ गया और पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

फर्जीवाड़े को लेकर ईडी के मिले सबूत
ईडी ने बीते वर्ष नवंबर माह में शाइन सिटी के निदेशक राशिद नसीम और उसके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। लखनऊ, वाराणसी और प्रयागराज के अलावा दिल्ली और मुंबई में टीमों को छापेमारी के दौरान कई अहम जानकारी मिली। उस दौरान भी हिमांशु कुमार के ठिकाने पर भी ईडी के अधिकारियों ने पहुंचकर जांच पड़ताल की थी। इसमें इस फर्जीवाड़े में उसकी भूमिका का भी खुलासा हुआ।  

राशिद नसीम को दुबई से लाने की कोशिश 
ईडी अब तक शाइन सिटी संचालकों की 160.28 करोड़ की संपत्तियां जब्त कर चुका है। शाइन सिटी का मुख्य संचालक राशिद नसीम की लोकेशन दुबई में मिली है। ईडी अब उसके खिलाफ भगोड़ा आर्थिक अपराधी एक्ट 2018 (Fugitive Economic Offender Act-FEO) के तहत मामला दर्ज कर वापस देश में लाने में जुटी है। इसके एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई से बचने के लिये देश छोड़ने वाले आर्थिक अपराधियों पर एक्शन लिया जाता है। प्रवर्तन निदेशालय इसके जरिए राशिद नसीम की विदेशों में खरीदी गयी संपत्तियों को भी जब्त करने को लेकर कदम उठा सकेगी। 

मुख्य आरोपी राशिद पर देश भर में हजारों एफआईआर दर्ज
राशिद नसीम की पत्नी और भाई समेत उसकी कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी समेत करीब 50 आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। राशिद नसीम के खिलाफ देश भर में पांच हजार से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। 400 से अधिक मुकदमे तो सिर्फ लखनऊ के गोमतीनगर थाने में ही दर्ज हैं। इनकी जांच इओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) कर रही है। इसके अलावा राशिद के खिलाफ ईडी भी कार्रवाई में जुटी है। राशिद नसीम प्रयागराज करेली के जीबीटी नगर का रहने वाला था। राशिद नसीम को वर्ष 2019 में नेपाल के काठमांडू से गिरफ्तार किया गया था। बाद में नेपाल से उसे जमानत मिल गई थी। इसके बाद वह दुबई भाग गया था। 

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