Lucknow Crime : इंस्पेक्टर विभूतिखंड करेंगे चिनहट थाने में पुलिस कस्टडी में मौत की जांच, लॉकअप का किया मुआयना

UPT | मोहित पांडेय (फाइल फोटो)

Oct 27, 2024 13:10

पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने चिनहट थाने में दर्ज मुकदमे की विवेचना विभूतिखंड के इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह को सौंपी है। अधिकारियों के निर्देश के बाद रविवार को इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह घटनास्थल चिनहट थाने पहुंचे। बताया जा रहा है कि उन्होंने थाने के लॉकअप का मुआयना किया। 

Lucknow News : चिनहट थाने में व्यापारी मोहित कुमार पांडेय की मौत को लेकर पुलिस सवालों के घेरे में हैं। परिजनों के विरोध प्रदर्शन के बाद से ही पुलिस बैकफुट पर है। इस बीच शनिवार देर रात मोहित की मां की तहरीर पर पुलिस इंस्पेक्टर अश्विनी चतुर्वेदी पर उनके ही थाने में मामला दर्ज किया गया। इसमें मो​हित से विवाद करने वाले आदेश और उसके चाचा सहित अन्य लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। इस बीच पुलिस ने मामले की जांच अब दूसरे इंस्पेक्टर को सौंप दी है।

चिनहट थाने में लॉकअप की जांच पड़ताल
पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारियों ने चिनहट थाने में दर्ज मुकदमे की विवेचना विभूतिखंड के इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह को सौंपी है। अधिकारियों के निर्देश के बाद रविवार को इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह घटनास्थल चिनहट थाने पहुंचे। बताया जा रहा है कि उन्होंने थाने के लॉकअप का मुआयना किया। 



व्यापारी की बेरहम तरीके से पिटाई का आरोप
इसी लॉकअप में पुलिस की पिटाई के बाद मोहित की तबीयत बिगड़ने के कारण मौत के आरोप है। पुलिस पर मामलूी प्रकरण में लाए व्यापारी की बेरहम तरीके से पिटाई का आरोप है। परिजनों ने पुलिस पर मोहित की हत्या का आरोप लगाया है। इंस्पेक्टर विभूतिखंड सुनील कुमार सिंह ने टीम के साथ चिनहट कोतवाली पहुंचकर जांच पड़ताल की। 

आलाधिकारियों को सौंपेंगे रिपोर्ट
उन्होंने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से भी घटना को लेकर जानकारी की। इंस्पेक्टर इस मामले में दर्ज एफआईआर के आधार पर अपनी विवेचना पूरी करते हुए आलाधिकारियों को रिपोर्ट सौंपेंगे। इस बीच मोहित की पोस्टर्माटम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके आधार पर पुलिस की कार्रवाई की दिशा तय होगी। 

मोहित से मिलने पहुंचे बड़े भाई को भी हवालात में किया बंद
चिनहट पुलिस का दावा है कि मोहित की तबीयत पहले से खराब थी और उसे समय पर इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था। वहीं परिजनों ने इसे सीधे तौर पर हत्या करार दिया है। तहरीर में मोहित की मां तपेश्वरी देवी ने आरोप लगाया है कि उनके छोटे लड़के मोहित का चिनहट के लौलाई निवासी आदेश से मामूली विवाद हो गया था। इसके बाद डायल 112 पर कॉल करने पर पुलिस आई और उनके छोटे बेटे मोहित को चिनहट थाने ले गई। बाद में जब बड़ा बेटा शोभाराम उससे मिलने गया तो पुलिस ने उस पर शराब पीने का झूठा आरोप लगाकर थाने में बंद कर दिया, जबकि दूसरे पक्ष को छोड़ दिया गया। 

दूसरे पक्ष के दबाव में पुलिस पर मारपीट का आरोप
तहरीर में कहा गया है कि आदेश के चाचा नेता है और उन्होंने पुलिस पर दबाव बनाया। उन्होंने पुलिस में अपनी अच्छी पकड़ होने का भी हवाला दिया। दोनों बेटों को पहले थाने में अलग-अलग स्थान पर रखा गया। बाद में एक साथ रखने से पहले मोहित को इतना मारा कि उसकी लॉकअप में ही मौत हो गई। अगले दिन जब परिवार के लोग उससे मिलने गए तो चिनहट पुलिस ने किसी की भी मुलाकात नहीं कराई।

शव के पास तक नहीं पहुंचने दिया परिजनों को
इसके बाद दिन में लगभग एक बजे उनके बड़े बेटे शोभाराम ने फोन करके सभी को लोहिया संस्थान आने को कहा। उसने बताया कि चिनहट पुलिस ने मोहित को इतना मारा है कि उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस उसे लोहिया संस्थान लेकर आई है। तहरीर में कहा गया है कि जब परिजन लोहिया संस्थान पहुंचे तो मोहित की मौत हो चुकी थी और उसके शव के पास तक परिजनों को नहीं पहुंचने दिया गया। उन्हें शव को दूर से ही दिखाते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

पीड़ित ​परिवार का हंगामा
पुलिस पर बात नहीं सुनने का आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों ने शनिवार दोपहर के बाद देर रात फिर हंगामा किया और लोहिया संस्थान के बाहर सड़क पर धरने पर बैठ गए। इस वजह से सड़क पर जाम की स्थिति बन गई। पुलिस को डायवर्जन के जरिए स्थिति को संभालना पड़ा। देर रात मां की तहरीर पर पुलिस इंस्पेक्टर अश्विनी चतुर्वेदी सहित अन्य के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की गई। 

मुआवजे और न्याय की मांग 
परिजनों की मांग है कि मृतक के परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा, एक सरकारी नौकरी, और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। परिजनों का कहना है कि उन्हें इंसाफ के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, जबकि पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती है। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

पुलिस कस्टडी में पहले भी हो चुकी है मौत 
लखनऊ में हाल ही में पुलिस कस्टडी में मौत के कई मामले सामने आए हैं। इससे पहले विकासनगर में अमन गौतम की पुलिस हिरासत में मौत हुई थी, जिसके बाद भी इसी तरह की आक्रोशपूर्ण प्रतिक्रियाएं आई थीं। इस मामले में चार पुलिस कर्मियों के खिलाफ बाद में एफआईआर दर्ज की गई। वहीं हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने अमन की मौत के मामले में राज्य सरकार से जवाब तलब किया है। 

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