रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि इस 1200 करोड़ रुपये की नकदी को संदिग्ध गतिविधियों में इस्तेमाल करने की आशंका है। खासकर उन इलाकों में जहां देश की सुरक्षा संवेदनशील है, वहां के युवाओं को सुरक्षा कार्यों में लगाया जाना और भारी नकद लेन-देन करना एक बड़े खतरे की ओर इशारा करता है।