ऑथर Abhishek Mishra

परिवहन विभाग और मारूति सुजकी इंडिया में हुआ एमओयू : सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में साबित होगा मील का पत्थर

UPT | परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह।

Oct 09, 2024 21:12

परिवहन विभाग और मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के बीच 10 ड्राइविंग ट्रेनिंग और टेस्टिंग इंस्टीट्यूट (डीटीटीआई) और 2 एडवांस ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एडीटीटी) के लिए कुल 12 स्थानों पर सीएसआर फंड के माध्यम से निःशुल्क ऑटोमेशन की प्रक्रिया के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।

Lucknow News : परिवहन विभाग और मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के बीच दस ड्राइविंग ट्रेनिंग और टेस्टिंग इंस्टीट्यूट (डीटीटीआई) और दो एडवांस ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एडीटीटी) के लिए कुल 12 स्थानों पर सीएसआर फंड के माध्यम से निःशुल्क ऑटोमेशन की प्रक्रिया के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया। इस अवसर पर परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि यह कदम सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।

12 स्थानों पर ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट 
परिवहन मंत्री ने कहा कि यूपी जनसंख्या के हिसाब से देश में पहले स्थान पर है, और यह सबसे अधिक हाईवे वाला राज्य भी है। सरकार के नेतृत्व में प्रदेश हर क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है पहले, यात्रा में 20 घंटे लगते थे, लेकिन अब यह केवल 7 से 8 घंटे में हो रही है। कुछ समय पहले बलिया से लखनऊ आने में उन्हें स्वयं 14 से 15 घंटे लगते थे, लेकिन अब एक्सप्रेसवे के निर्माण के कारण यह दूरी 4 से 5 घंटे में तय हो रही है। मंत्री दयाशंकर सिंह कहा की सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, आज 12 स्थानों पर ड्राइविंग के लिए संस्थानों के लिए मारुति सुजुकी के साथ एमओयू हुआ है। इससे राज्य में कुशल ड्राइवरों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।



परिवहन विभाग-मारुति सुजुकी के बीच एमओयू   
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने यह भी कहा कि विभाग ने सड़क सुरक्षा को चुनौती के रूप में लिया है और इसके प्रति निरंतर प्रयास भी किया जा रहा है। राज्य में 10 स्थानों पर मुरादाबाद, मेरठ, बस्ती, मिर्जापुर, बरेली, झांसी, अलीगढ़, देवीपाटन-गोंडा, आजमगढ़ और मुजफ्फरनगर में डीटीटीआई और आजमगढ़ तथा प्रतापगढ़ में एडीटीटी के संचालन के लिए इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। मारुति सुजुकी जल्द ही 12 ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट राज्य को उपलब्ध कराएगा। परिवहन विभाग स्क्रैप नीति, फिटनेस और ड्राइविंग स्कूलों में उच्चतम स्तर पर कार्य कर रहा है,पहले केवल पायलटों के लिए ड्राइविंग ट्रेनिंग की व्यवस्था थी, लेकिन डीटीटीआई के संचालन से यह अब आम जनता के लिए भी उपलब्ध होगी। उन्होंने यह भी बताया कि गाड़ी चलाना महत्वपूर्ण है, लेकिन सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी होना और भी अधिक आवश्यक है।

राज्य में 17 ड्राइविंग ट्रेनिंग टेस्टिंग इंस्टीट्यूट
इन सेंटरों पर कुल 8 प्रकार के परीक्षणों की व्यवस्था है। इससे पहले 5 स्थानों अयोध्या, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज और मथुरा में मारुति सुजुकी के साथ एमओयू किया जा चुका है। इस प्रकार कुल 17 ड्राइविंग ट्रेनिंग टेस्टिंग इंस्टीट्यूट राज्य में कार्यरत होंगे।अपर मुख्य सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू ने कहा कि सरकार के  मार्गदर्शन में विभाग उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। इस एमओयू से कुशल ड्राइवरों की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।

ड्राइविंग लाइसेंस जारी प्रक्रिया होगी सरल  
इस अवसर पर मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री राहुल भारती ने सड़क सुरक्षा के इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और स्वचालित बनाने की दिशा में काम किया जाएगा, जिससे सक्षम उम्मीदवारों को ही लाइसेंस मिलने में मदद मिलेगी और सड़क दुर्घटनाओं की संख्या कम होगी। परिवहन आयुक्त श्री चंद्रशेखर सिंह, एमडी परिवहन निगम श्री मासूम अली सरवर, विशेष सचिव श्री केपी सिंह, और मारुति सुजुकी के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट सीएसआर हेड सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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