अवधेश वर्मा ने यूपीएसएलडीसी की दैनिक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में औसतन केवल 18 घंटे 32 मिनट बिजली की आपूर्ति हो रही है। सोमवार को शॉर्ट और लॉन्ग पीरियड के दौरान कुल 15 उत्पादन इकाइयों को बंद कर दिया गया था, जिनमें से आठ इकाइयों की कुल उत्पादन क्षमता 1,815 मेगावाट है।