Education News : बीबीएयू में शुक्रवार को जुटेंगे यूपी समेत 9 राज्यों के कुलपति, जानिए क्या है वजह

UPT | बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय

Jul 26, 2024 00:24

बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में शुक्रवार को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की उत्तरी क्षेत्र की क्षेत्रीय कार्यशाला में उत्तर प्रदेश समेत नौ राज्यों के कुलपति हिस्सा लेंगे। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।

Short Highlights
  • नैक की आसान मूल्यांकन प्रणाली का दिया जाएगा प्रशिक्षण
  • उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी रहेंगे मौजूद
Lucknow News : बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में शुक्रवार को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की उत्तरी क्षेत्र की क्षेत्रीय कार्यशाला का आयोजन होगा। कार्यशाला में उत्तर प्रदेश समेत नौ राज्यों के कुलपति हिस्सा लेंगे। इस दौरान नैक की आसान मूल्यांकन प्रणाली के बारे में जानकारी दी जायेगी। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।

नैक अब 10 पैमानों के आधार पर करेगा शिक्षण संस्थानों का मूल्यांकन
बीबीएयू के कुलपति प्रो. एनएमपी वर्मा ने गुरुवार को बताया कि कार्यशाला में उत्तर प्रदेश, चण्डीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पंजाब और उत्तराखंड के कुलपति, आईक्यूएसी डायरेक्टर, प्रधानाचार्य एवं शिक्षा अधिकारी हिस्सा लेंगे और नैक के नए मानकों पर होने वाले मूल्यांकन की जानकारी प्राप्त करेंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद पहले सात पैमानों के आधार पर किसी भी शिक्षण संस्थान का मूल्यांकन करता था। लेकिन अब नैक 10 पैमानों के आधार पर मूल्यांकन करेगा। यह नए मानक राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर आधारित हैं, जोकि शिक्षार्थी केन्द्रित है। कुलपति ने बताया कि कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों के शिक्षण संस्थानों से आए अधिकारियों को नैक की आसान मूल्यांकन प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी जायेगी। जिससेे अधिक से अधिक शिक्षण संस्थान अपने यहां पाठ्यक्रम व अन्य सभी क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाकर नैक मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकें।
 
बीबीएयू में रोपे गए पौधे
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में गुरुवार को 'एक वृक्ष-एक छात्र' और 'एक पेड़ मां के नाम' वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान अंबेडकर स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज के संकायाध्यक्ष प्रो. मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि वृक्षारोपण से आप खुद को प्रकृति से जोड़ सकते हैं। मानव जीवन‌ सदैव ही वृक्षों से जुडा़ रहा है, क्योंकि हम अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए पेड़-पौधों पर ही निर्भर हैं। ऐसे में सभी को मिलकर पौधरोपण करने की दिशा में सार्थक कदम उठाने की आवश्यकता है।

वृक्ष काटने से हो रहा पर्यावरण का क्षरण
प्रो. दीपा. एच द्विवेदी ने कहा कि भारत में विभिन्न तरह की जैव विविधताएं देखने को मिलती हैं। इसीलिए भारत जैव विविधता के क्षेत्र में समृद्ध देश है। वहीं, दूसरी ओर वनों की कटाई पर्यावरण के लिए हानिकारक है, जोकि एक गंभीर विषय है। बागवानी-सौंदर्यीकरण अनुभाग एवं अंबेडकर स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कुलसचिव डॉ.अश्विनी कुमार सिंह ने विभिन्न शिक्षकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों के साथ मिलकर पौधे लगाए। 

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