आपने 2014 के पहले औऱ बाद का भारत देखा है। 2014 के पहले का भारत दुनिया में विश्वास खो चुका था। आतंकवाद व नक्सलवाद से त्रस्त था। गरीबों को शासन की योजनाएं नहीं मिल पाती थीं। यह अराजकता वे लोग करते थे, जिन्हें भारत के लोकतंत्र पर विश्वास नहीं था और जिन्हें विश्वास था वे 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के साथ जुड़कर देश को मजबूत बनाने के लिए आगे बढ़ते थे।