ईयरफोन का ज्यादा इस्तेमाल बहरा न कर दे : योगी सरकार ने सभी कमिश्नर और डीएम को दिए ये निर्देश...

UPT | ईयरफोन उपयोग

Jul 09, 2024 00:48

आजकल ईयरफोन का उपयोग दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। लोग वाहन चलाते समय, कार्यालय में काम करते समय, पढ़ाई करते समय और यहां तक कि सोते समय भी ईयरफोन का उपयोग करते हैं।

Lucknow News : आजकल ईयरफोन का उपयोग दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। लोग वाहन चलाते समय, कार्यालय में काम करते समय, पढ़ाई करते समय और यहां तक कि सोते समय भी ईयरफोन का उपयोग करते हैं। हालांकि, यह आदत धीरे-धीरे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। योगी सरकार ने ईयरफोन और हेडफोन को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए दिशा-निर्देश जारी किया है। ईयरफोन के  उपयोग को दो घंटे तक सीमित करने की सलाह दी है। यह निर्णय युवाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

ईयरफोन  का अधिक उपयोग हानिकारक 
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने इस संबंध में विस्तृत निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि ईयरफोन के अधिक इस्तेमाल से सुनाने की क्षमता पर गहर प्रभाव पड़ता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ईयरफोन का सीमित और सावधानीपूर्वक उपयोग किया जाना चाहिए।

मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को आदेश जारी
योगी सरकार ने  सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों में ईयरफोन के अधिक इस्तेमाल से होने वाले नुकसान के बारे में जन-जागरूकता फैलाने पर विशेष जोर दिया गया है। खासतौर से छोटे बच्चों को इससे दूर रखने को कहा गया है। वहीं बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग के संपर्क में आने से भी रोकें ताकि वे तेज आवाज के चलते होने वाली परेशानियों से बच सकें।

ये भी पढ़ें : काशी विश्वनाथ मंदिर : सावन माह में कांवरियों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय, एक लेन 31 दिनों तक कांवरियों के लिए रिजर्व 

दो घंटे से अधिक ना करें उपयोग
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन दो घंटे से अधिक समय तक ईयरफोन का उपयोग करता है, तो उसकी सुनने की क्षमता धीरे-धीरे कम हो सकती है। इसलिए, सरकार ने लोगों को सलाह दी है कि ईयरफोन और हेडफोन का अनावश्यक उपयोग न करें। सरकार ने लोगों को सलाह दी है कि जब ईयरफोन का उपयोग करना आवश्यक हो तब ही उसका उपयोग करें। ईयरफोन का उपयोग करते समय ​आवाज़ का स्तर 50 डेसिबल तक सीमित रखें। यह स्तर सामान्य बातचीत के स्तर के बराबर होता है और इससे सुनने की  क्षमता पर कम से कम प्रभाव पड़ता है।

ये भी पढ़ें : अग्निपथ योजना : वायु सेना में अग्निवीर बनने के लिए आवेदन आज से शुरू, जानिए भर्ती की पूरी प्रक्रिया...

कम नहीं आएगा कोई यंत्र
योगी सरकार ने  एक और महत्वपूर्ण चेतावनी दी है। यदि किसी व्यक्ति की सुनने की क्षमता स्थायी रूप से खराब हो जाती है, तो उसे श्रवण यंत्र या कॉक्लियर इम्प्लांट जैसे उपकरणों से भी पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता। यह जानकारी लोगों को ईयरफोन के उपयोग के प्रति और अधिक सावधान रहने के लिए प्रेरित करती है।

Also Read