योगी सरकार का किसानों की आय बढ़ाने पर फोकस : कृषि विज्ञान केंद्र 2 गांवों को लेंगे गोद, देंगे प्रशिक्षण

UPT | CM Yogi Adityanath

Oct 02, 2024 22:08

केवीके केंद्र अपने कार्यक्षेत्र के दो गांवों को गोद लेकर रबी फसल सत्र 2024-25 के लिए नई तकनीकों से किसानों को परिचित कराएंगे।

Lucknow News : उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की आय में वृद्धि को प्राथमिकता दे रही है। प्रदेश में कुल 89 कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) स्थापित हैं। हर केंद्र अपने कार्यक्षेत्र के दो गांवों को गोद लेकर रबी फसल सत्र 2024-25 के लिए नई तकनीकों से किसानों को परिचित कराएंगे। इसके लिए सरकार ने इन केंद्रों को दस हेक्टेयर भूमि तकनीकी प्रदर्शन और बीज उत्पादन हेतु निःशुल्क प्रदान की गई है।

किसानों को नई तकनीकों का प्रशिक्षण
कृषि विज्ञान केंद्रों का मुख्य ध्यान नई तकनीकों को किसानों तक ले जाने, उनके कौशल में वृद्धि और प्रशिक्षण पर है, ताकि प्रगतिशील किसानों को कृषि प्रसार से जोड़ा जा सके। इन केंद्रों के माध्यम से, अनुभवी किसानों के अनुभवों का उपयोग कर अन्य किसानों को भी नई तकनीकों का लाभ मिलेगा। किसानों को कृषि अनुसंधान में हो रहे नवीनतम नवाचारों, नई तकनीकी विधियों और रोजगार से संबंधित व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।

बीज उत्पादन पर ध्यान
दलहन (जैसे चना, मटर, मसूर) और तिलहन (जैसे सरसों, अलसी) के प्रदर्शन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। केंद्रों का उद्देश्य है कि किसान उच्च उत्पादकता प्राप्त करें, जिसके लिए वे मिलेट्स, खाद्यान्न फसलों और औद्यानिक फसलों के बीज उत्पादन और नर्सरी उत्पादन का कार्य करेंगे।



किसानों के साथ संवाद
रबी सत्र में फसलों की बोआई से पहले, बोआई के समय और कटाई से पहले किसानों के अध्ययन भ्रमण, गोष्ठियों और कृषक वैज्ञानिकों के साथ संवाद आयोजित किए जाएंगे। कृषि मेलों और गांवों में कृषि प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। केवीके गांवों में कृषि, पशुपालन और उद्यान से संबंधित गतिविधियों और कृषि आधारित उद्यमों के लिए तकनीकी साहित्य भी किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा।

एफपीओ को सशक्त बनाने पर ध्यान
केंद्र कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) की व्यावसायिक गतिविधियों को गति देने के लिए फसल विशेष को बढ़ावा देंगे, जिससे संगठन को आर्थिक रूप से मजबूत किया जा सके। केंद्रों का ध्यान ऑन-फार्म डेमोंस्ट्रेशन, प्रैक्टिस पैकेज, वैल्यू एडिशन, प्राकृतिक खेती, आईपीएम, मृदा परीक्षण और उर्वरकों के संतुलित उपयोग पर भी रहेगा।

राज्य कृषि विवि में विशेष कार्यक्रम   
कृषि विज्ञान केंद्रों द्वारा अक्टूबर में होने वाली रबी गोष्ठियों में राज्य कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा विशेष स्टॉल लगाए जाएंगे। इस विशेष कार्यक्रम के लिए कृषि विज्ञान केंद्रों के अध्यक्ष, राज्य विश्वविद्यालय और कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ चार अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तैयारी की जाएगी।

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