Meerut News : मेरठ में डीएपी और खाद की किल्लत, आम आदमी पार्टी का जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन

UPT | मेरठ में खाद और डीएपी की कमी पूरा करने को लेकर एडीएम को ज्ञापन सौंपते आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी।

Oct 23, 2024 10:46

सरकारी स्तर पर इसकी उचित आपूर्ति नहीं हो पा रही। चित्रकूट में डीएपी खाद न मिलने से परेशान किसान छोटू खान ने आम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

Short Highlights
  • डीएम मेरठ के नाम ज्ञापन एडीएम ई को सौंपा
  • आप ने भाजपा सरकार पर लगाए खाद कालाबाजारी के आरोप
  • प्राइवेट खाद की दुकानों पर महंगे दाम पर बिक रही खाद  
Meerut News : मेरठ में किसानों को खाद और डीएपी पर्याप्त मात्रा में समय से उपलब्ध नहीं होने से इसका असर फसल की उत्पादकता पर पड़ेगा। इसको लेकर आम आदमी पार्टी मेरठ जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी ने पार्टी पदाधिकारीयो के साथ जिले में खाद केंद्रों पर डीएपी खाद की पर्याप्त उपलब्धता न होने के संबंध में जिलाधिकारी मेरठ के नाम ज्ञापन ADM E को सौंपा।

फसल बोने के लिए तत्काल आवश्यकता है
किसानों को डीएपी खाद की गेहूं, सरसों व आलू की फसल बोने के लिए तत्काल आवश्यकता है। खाद लेने के लिए किसान सहकारी समिति कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। सहकारी समितियो में डीएपी खाद न होने से आलू की बुवाई करने वाले किसानों को प्राइवेट खाद दुकानों से महंगे दामों पर खाद लेना पड़ रहा है। जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। 

गेहूं, आलू और सरसों की बुवाई का सीजन
वर्तमान समय में गेहूं, आलू और सरसों की बुवाई का सीजन है, लेकिन डीएपी खाद की भारी कमी किसानों को झेलनी पड़ रही है। खुले बाजार में डीएपी, खाद कालाबाजारी में बढ़े हुए दामों में बेचा जा रहा है। जबकि सरकारी स्तर पर इसकी उचित आपूर्ति नहीं हो पा रही। चित्रकूट में डीएपी खाद न मिलने से परेशान किसान छोटू खान ने आम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने का कष्ट करें
इस प्रकार की घटना की पुनरावृति मेरठ जनपद में ना हो, हमारी मांग है जिला प्रशासन मेरठ जनपद में जल्द से जल्द डीएपी खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने का कष्ट करें। आज प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी, महानगर अध्यक्ष अंकित गिरी, जिला संरक्षक एसके शर्मा, जिला महासचिव जीएस राजवंशी, एससी एसटी प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष भूप सिंह, जिला सोशल मीडिया प्रभारी हेम कुमार आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।
 

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